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RSSB चेयरमैन मेजर आलोक राज का बेरोजगार युवाओं को नौकरी और शादी पर जरूरी संदेश

RSSB चेयरमैन मेजर आलोक राज का बेरोजगार युवाओं को नौकरी और शादी पर जरूरी संदेश

RSSB चेयरमैन मेजर आलोक राज ने बेरोजगार युवाओं को धैर्य रखने और नौकरी के बिना शादी में जल्दबाजी न करने का संदेश दिया है। उनकी सरल और सकारात्मक बातचीत युवाओं के लिए प्रेरणादायक साबित हो रही है। 

Alok Raj: राजस्थान राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) के चेयरमैन मेजर आलोक राज इन दिनों सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता के कारण सुर्खियों में बने हुए हैं। वे न केवल भर्ती प्रक्रिया से जुड़ी जानकारियां देते हैं, बल्कि बेरोजगार युवाओं की समस्याओं और सवालों का जवाब भी बड़े सहज और दिलचस्प अंदाज में देते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर बेरोजगार युवाओं की नौकरी और शादी से जुड़ी परेशानियों पर मेजर साहब ने जो जवाब दिए, वे वायरल हो गए और चर्चा का विषय बन गए।

बेरोजगारों की बढ़ती चिंता और मेजर साहब का समझदारी भरा जवाब

बेरोजगार युवाओं के लिए नौकरी पाना एक चुनौती है और इसके साथ ही शादी का सामाजिक दबाव भी उनकी चिंता को बढ़ा देता है। खासतौर पर आज के समय में जब कई भर्तियां और परीक्षाएं लंबित होती हैं, तब युवाओं का तनाव और भी ज्यादा हो जाता है। ऐसी ही परिस्थितियों में मेजर आलोक राज का सोशल मीडिया पर दिया गया जवाब युवाओं के लिए एक उम्मीद और हिम्मत का संदेश बन गया।

पशु परिचर भर्ती परीक्षा में नोर्मलाइजेशन पर सवाल उठाया गया

23 जुलाई को सोशल मीडिया यूजर शंकर डूडी ने बोर्ड के चेयरमैन को टैग करते हुए ट्वीट किया कि “पशु परिचर भर्ती परीक्षा में अन्याय करके शादी के रास्ते बंद कर दिए।” इस ट्वीट में शंकर ने अपनी पीड़ा व्यक्त की और बताया कि नोर्मलाइजेशन के कारण उनकी उम्मीदें टूटी हैं। इस ट्वीट के बाद मेजर आलोक राज ने बड़े सहज और विश्वास भरे अंदाज में जवाब दिया, 'शंकर जी, भोलेनाथ में आस्था रखो, विवाह रचेगा आपका।' इस जवाब ने न केवल शंकर को बल्कि कई युवाओं को मानसिक सहारा दिया। मेजर साहब की यह प्रतिक्रिया इस बात को दर्शाती है कि वे युवाओं की दिक्कतों को समझते हैं और उन्हें धैर्य रखने का संदेश देते हैं।

बेरोजगार चेतन ने जताई शादी और नौकरी की दुविधा

एक अन्य युवक चेतन ने भी बोर्ड के चेयरमैन को टैग करते हुए चिंता जताई कि भर्ती प्रक्रिया में विलंब हो रहा है। चेतन ने कहा कि कनिष्ठ अनुदेशक के 10 ट्रेड का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हो गया है, लेकिन बाकी 6 ट्रेड के लिए इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे भर्ती पूरी होने में पांच साल भी लग सकते हैं। चेतन ने लिखा कि बेरोजगारी में ताने सुनने पड़ते हैं और ऊपर से शादी का दबाव भी है।

मेजर आलोक राज ने दिया दमदार और समझदार जवाब

चेतन के इस ट्वीट पर मेजर आलोक राज ने चार बिंदुओं में जवाब दिया जो युवाओं के लिए मार्गदर्शक साबित हो सकता है:

  • डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की तारीख और प्रक्रिया संबंधित विभाग तय करता है, और प्रक्रिया में विलंब हो सकता है।
  • ताने सुनना आम बात है, क्योंकि 'ताने मारने के पैसे नहीं लगते, कुछ तो लोग कहेंगे।'
  • शादी के लिए जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए, पहले नौकरी को पक्का करना जरूरी है।
  • 'शादी का लड्डू खाओ, पर नौकरी में पक्के हो जाओ।' और साथ ही कहा, 'प्रेशर में शादी करना बर्बादी है।'
  • मेजर साहब के इस जवाब में युवाओं के लिए धैर्य रखने और समय पर सही निर्णय लेने की सीख छिपी है।

सोशल मीडिया पर मेजर आलोक राज की लोकप्रियता

मेजर आलोक राज की यह सोशल मीडिया पर सक्रियता और बेरोजगारों को दिए जा रहे जवाबों की शैली उन्हें युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय बनाती है। उनका सहज और सीधे तरीके से संवाद करना उन्हें जनप्रिय बनाता है। ऐसे जवाब जो सिर्फ कड़वा सच ही नहीं बताते, बल्कि उम्मीद और सकारात्मक सोच का संदेश भी देते हैं, युवाओं के लिए बहुत जरूरी होते हैं।

भर्ती प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता

जहां मेजर आलोक राज बेरोजगारों को धैर्य रखने और शादी में जल्दबाजी नहीं करने की सलाह देते हैं, वहीं भर्ती प्रक्रिया में तेजी और पारदर्शिता लाना भी आवश्यक है। लंबे समय तक प्रक्रिया में देरी युवाओं के मानसिक तनाव को बढ़ाती है और उनके भविष्य पर असर डालती है। प्रशासन को चाहिए कि वे भर्ती प्रक्रियाओं को सरल और त्वरित बनाएं ताकि युवाओं को अनावश्यक इंतजार न करना पड़े।

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