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Share market Today: तीन दिन की गिरावट के बाद शेयर बाजार में लौटी रौनक, सेंसेक्स-निफ्टी ने पकड़ी रफ्तार

Share market Today: तीन दिन की गिरावट के बाद शेयर बाजार में लौटी रौनक, सेंसेक्स-निफ्टी ने पकड़ी रफ्तार

भारतीय शेयर बाजार में पिछले तीन कारोबारी सत्रों से जारी गिरावट का सिलसिला आखिरकार मंगलवार को थमता नजर आया। आज बाजार ने रिकवरी दिखाई और प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स व निफ्टी दोनों मजबूती के साथ बंद हुए। बाजार के इस सकारात्मक रुख से निवेशकों को बड़ी राहत मिली है।

तीन दिनों की कमजोरी के बाद आज दिखा उछाल

हफ्ते के दूसरे दिन यानी मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 446.93 अंकों की मजबूती के साथ 81,337.95 पर बंद हुआ। वहीं एनएसई निफ्टी 140.20 अंकों की बढ़त के साथ 24,821.10 के स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले शुक्रवार, गुरुवार और सोमवार को बाजार लगातार दबाव में रहा था।

सोमवार को सेंसेक्स 572 अंक टूट गया था और निफ्टी में भी 156 अंकों की गिरावट दर्ज की गई थी। ऐसे में आज की तेजी ने बाजार में थोड़ी स्थिरता लौटाई है।

एलएंडटी ने मारी बाज़ी, टीसीएस सबसे कमजोर

सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से आज 20 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए, जबकि 10 कंपनियों के शेयर लाल निशान में रहे। एलएंडटी के शेयरों ने सबसे शानदार प्रदर्शन किया और यह 2.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।

वहीं, टीसीएस के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई। यह स्टॉक 0.72 प्रतिशत की कमजोरी के साथ बंद हुआ। बाजार में आई इस तेजी के बावजूद कुछ चुनिंदा दिग्गज कंपनियों में बिकवाली का दबाव बना रहा।

इन दिग्गज शेयरों ने दिखाई मजबूती

आज के कारोबार में जिन कंपनियों के शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया, उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और टाटा स्टील जैसे दिग्गज नाम शामिल हैं।

  • रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर 2.07 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुए।
  • एशियन पेंट्स में 2.03 प्रतिशत की बढ़त रही।
  • टाटा स्टील ने 1.69 प्रतिशत का उछाल दिखाया।
  • टाटा मोटर्स और अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में भी 1.42 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई।
  • मारुति सुजुकी के शेयर 1.28 प्रतिशत मजबूत हुए।

इसके अलावा भारती एयरटेल, सन फार्मा, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक, पावरग्रिड, एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टेक महिंद्रा, एसबीआई, कोटक महिंद्रा बैंक, बीईएल और ट्रेंट के शेयरों में भी हल्की बढ़त देखने को मिली।

गिरावट वाले शेयरों की लिस्ट भी लंबी

हालांकि, कुछ दिग्गज कंपनियों के शेयर आज की तेजी में भी फिसले नजर आए।

  • एक्सिस बैंक के शेयर 0.64 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।
  • आईसीआईसीआई बैंक में 0.58 प्रतिशत की कमजोरी दर्ज की गई।
  • आईटीसी, टाइटन, एटरनल और अल्ट्राटेक सीमेंट में भी हल्की गिरावट देखने को मिली।
  • बजाज फिनसर्व, इंफोसिस और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों ने भी आज नुकसान उठाया।

इन गिरावटों के बावजूद बाजार की समग्र तस्वीर सकारात्मक रही।

निफ्टी 50 के आंकड़े भी रहे मजबूत

एनएसई के निफ्टी 50 इंडेक्स की बात करें तो 50 में से 36 कंपनियों के शेयरों ने तेजी दिखाई, जबकि 14 शेयरों में गिरावट रही। इसका मतलब है कि बाजार में खरीदारी का मूड बना रहा और निवेशकों का भरोसा धीरे-धीरे लौटता दिखा।

निफ्टी पर असर डालने वाले प्रमुख शेयरों में रिलायंस, एलएंडटी, टाटा मोटर्स और एशियन पेंट्स रहे जिन्होंने इंडेक्स को ऊपर खींचा। वहीं, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और आईटीसी जैसे शेयरों ने कुछ हद तक दबाव बनाया।

सेक्टोरल इंडेक्स में भी चमक

आज के कारोबार में ज्यादातर सेक्टोरल इंडेक्स ने भी मजबूती दिखाई। खासकर ऑटो, रियल एस्टेट, मेटल और फार्मा सेक्टर्स के शेयरों में अच्छी तेजी रही। वहीं, बैंकिंग सेक्टर पर थोड़ा दबाव जरूर बना रहा, लेकिन नकारात्मकता सीमित रही।

निवेशकों की नजर अब फेड और रिजर्व बैंक पर

अब बाजार की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीति और भारतीय रिजर्व बैंक की आगामी मौद्रिक समीक्षा पर टिकी हुई है। इससे जुड़ी किसी भी घोषणा का असर शेयर बाजार की चाल पर सीधे पड़ सकता है।

इसके अलावा कंपनियों के तिमाही नतीजे, विदेशी निवेशकों की गतिविधियां और वैश्विक बाजारों की दिशा भी बाजार की अगली चाल तय करेंगे।

विदेशी बाजारों से मिला सहयोग

मंगलवार को वैश्विक संकेत भी भारतीय शेयर बाजार के पक्ष में रहे। एशियाई और यूरोपीय बाजारों में मजबूती रही, जिसका असर घरेलू निवेशकों की भावनाओं पर भी पड़ा। अमेरिका के बाजारों में भी सोमवार को रिकवरी आई थी, जिससे आज घरेलू शेयर बाजार ने राहत की सांस ली।

कुल मिलाकर बाजार ने ली राहत की सांस

तीन दिन की लगातार गिरावट के बाद मंगलवार को बाजार ने थोड़ा राहत की सांस ली है। हालांकि, अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि यह तेजी बरकरार रहती है या फिर यह महज एक तकनीकी उछाल साबित होती है। आने वाले दिनों में नतीजों और नीतिगत संकेतों के आधार पर ही बाजार की स्थिर दिशा तय होगी।

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