जबलपुर के सिहोरा में नवरात्र भंडारे में तेज रफ्तार बस घुस गई, जिससे 20 श्रद्धालु घायल हुए और 5 गंभीर हैं। चालक नो एंट्री नियम तोड़कर गया, पुलिस ने बस जब्त कर चालक को अभिरक्षा में लिया।
जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के सिहोरा में मंगलवार रात नवरात्र भंडारे में भीड़ पर अचानक एक यात्री बस ने धावा बोल दिया। हादसे में लगभग एक दर्जन लोग घायल हुए, जिनमें से पांच को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया। बस चालक की हड़बड़ी और लापरवाही के कारण यह घटना घटी, जबकि पुलिस ने बस जब्त कर चालक को हिरासत में ले लिया। भीड़ ने गुस्साए होकर चालक की पिटाई कर दी।
नो एंट्री रूट में घुसी बस
घटना सिहोरा थाना क्षेत्र के गौरी तिराहा के पास आयोजित नवरात्र भंडारे में हुई। बस क्रमांक 49पी 0261 नो एंट्री मार्ग में प्रवेश कर गई थी। भंडारे में शामिल श्रद्धालु अचानक बस के सामने आए और कई लोग कुचले गए। इस दौरान एक बाइक सवार युवक बस में फंसकर लगभग 100 मीटर तक घसीटा गया। घटना में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए और उन्हें तुरंत मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
अन्य घायल श्रद्धालुओं का प्राथमिक उपचार कर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। घायलों में रोली सोनी, ममता कोल, खुशबू वंशकार, बंदना वर्मन, संध्या चौधरी, शिखा चौधरी, कैलाश चौधरी, मनीष दाहिया, कोदू लाल बर्मन और सोहन लाल शामिल हैं। भीड़ ने गुस्से में बस में तोड़फोड़ की और चालक के साथ मारपीट की।
बस हादसे के बाद पुलिस की कार्रवाई
एएसपी ग्रामीण सूर्यकांत शर्मा के अनुसार, सिहोरा के अंदर भारी वाहनों का प्रवेश नवरात्र के दौरान प्रतिबंधित था। बावजूद इसके बस चालक ने पुलिस की रोकथाम के प्रयासों के बीच तेज गति से बस को भगा दिया। पुलिस ने तुरंत बस को जब्त कर चालक को हिरासत में ले लिया।
घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर राघवेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों का हाल जाना और प्रशासन की ओर से तत्काल राहत सुनिश्चित की। घायकों के परिजनों को रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से दस-दस हजार रुपये की तात्कालिक सहायता प्रदान की गई। कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन हर संभव मदद मुहैया कराने के लिए तैयार है।
घायल श्रद्धालुओं का अस्पताल में इलाज जारी
जिला प्रशासन और अस्पताल अधिकारियों के अनुसार गंभीर रूप से घायल पांच व्यक्तियों का उपचार चल रहा है। शेष घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। घायल लोगों में चोटें विविध प्रकार की हैं, लेकिन सभी की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
स्थानीय अस्पतालों में एंबुलेंस और मेडिकल टीम तैनात की गई थी। प्रशासन ने हादसे के बाद भीड़ के नियंत्रण और अन्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए। अस्पताल स्टाफ और पुलिस ने मिलकर घायलों की प्राथमिक देखभाल सुनिश्चित की।
प्रशासन ने आमजन को सुरक्षा नियमों की चेतावनी दी
जिला प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि नवरात्र के दौरान भीड़ वाले आयोजनों में वाहन न चलाएँ और निर्धारित मार्गों का पालन करें। प्रशासन ने चेतावनी दी कि भारी वाहनों के प्रवेश पर सख्ती बरती जाएगी।
पुलिस ने कहा कि बस चालक की गिरफ्तारी के बाद मामले की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की लापरवाही या नियम उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था और अधिक सख्त की जाएगी।