अमेरिका की टैरिफ नीति को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने विदेशी दबाव के सामने कमजोर विदेश नीति और उत्तर प्रदेश में बाढ़ से निपटने में विफल योगी सरकार पर सवाल उठाए।
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने की चेतावनी के बाद भारतीय राजनीतिक माहौल में प्रतिक्रिया तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र की विदेश नीति को कमजोर बताते हुए कहा कि सरकार को राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए स्पष्ट और ठोस रणनीति के साथ आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मामले में सरकार के साथ खड़ा है, लेकिन सरकार की भूमिका प्रभावहीन नजर आ रही है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर अमेरिका अपने टैरिफ में बढ़ोतरी करता है तो इसका सीधा असर भारत की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा और घरेलू कंपनियों को गंभीर नुकसान झेलना पड़ेगा।
भारतीय बाजार में गिरावट
डोनाल्ड ट्रंप ने फार्मास्यूटिकल और सेमीकंडक्टर उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाने की योजना का संकेत दिया है। उन्होंने कहा है कि अगले कुछ वर्षों में यह टैरिफ 150% से 250% तक पहुंच सकता है। इसके पीछे अमेरिका की मंशा अपनी घरेलू फार्मा इंडस्ट्री को बढ़ावा देना है।
इसके बाद भारतीय बाजार में हड़कंप मच गया है और फार्मास्यूटिकल कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है। उद्योग विशेषज्ञों ने इसे भारत की एक्सपोर्ट इंडस्ट्री के लिए बड़ा खतरा बताया है। यह नीति यदि लागू होती है तो फार्मा और चिप्स सेक्टर के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है।
योगी सरकार को घेरा
अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में बाढ़ से बिगड़ते हालात पर भी राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि लोग जान गंवा रहे हैं लेकिन प्रशासन की ओर से कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में कोई किसी की नहीं सुन रहा है और प्रशासनिक मशीनरी पूरी तरह विफल दिख रही है। उन्होंने राज्य सरकार से तत्काल राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने की मांग की।