काशी में आयोजित इंटरनेशनल कार्डियोवैस्कुलर कॉन्फ्रेंस (ICCCON-2025) में देश-विदेश के हृदय रोग विशेषज्ञ और शोधकर्ता एक मंच पर जुटे। इस सम्मेलन में हृदय रोगों के उपचार और रोकथाम से जुड़ी नवीनतम तकनीकों और शोधों पर गहन चर्चा हुई।
अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की भागीदारी
सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और जापान सहित कई देशों के कार्डियोलॉजिस्ट ने हिस्सा लिया। विशेषज्ञों ने बताया कि आधुनिक तकनीक जैसे एआई आधारित डायग्नोसिस, रोबोटिक सर्जरी और एडवांस स्टेंटिंग तकनीक हृदय रोगों के इलाज को और आसान बना रही हैं।
भारत के लिए खास महत्व
भारतीय विशेषज्ञों ने कहा कि देश में बढ़ते हृदय रोग के मामलों को देखते हुए इन नई शोध और तकनीकों को स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल करना बेहद जरूरी है। साथ ही, ग्रामीण इलाकों में सस्ती और सुलभ उपचार व्यवस्था पर जोर दिया गया।
निष्कर्ष और सुझाव
सम्मेलन के अंत में विशेषज्ञों ने मिलकर सुझाव दिया कि हृदय रोगों की रोकथाम के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव, नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और समय पर जांच सबसे महत्वपूर्ण हैं।