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ब्याज दरों में राहत: Bank of Baroda और HDFC Bank ने सस्ते किए लोन, जानिए नए रेट्स और फायदे

ब्याज दरों में राहत: Bank of Baroda और HDFC Bank ने सस्ते किए लोन, जानिए नए रेट्स और फायदे

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में 0.50% की कटौती के बाद अब बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) और एचडीएफसी बैंक ने ग्राहकों को राहत दी है। दोनों बैंकों ने अपनी कर्ज दरों में कटौती की है जिससे होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन लेने वालों को EMI में राहत मिलेगी। यह कदम आम लोगों की जेब पर भार कम करने और आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देने की दिशा में अहम माना जा रहा है।

RBI ने घटाया रेपो रेट, बैंकों ने किया फौरन रिएक्ट

शुक्रवार को आरबीआई ने अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए बड़ा कदम उठाया। केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में सीधे 0.50% की कटौती करते हुए उसे 6.00% से घटाकर 5.50% कर दिया। यह उम्मीद से ज्यादा था, जिससे बाजार में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली। इसी फैसले के बाद बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में बदलाव शुरू कर दिए हैं, ताकि ऋण लेना सस्ता हो सके। सबसे पहले सरकारी बैंक BOB और निजी क्षेत्र का प्रमुख बैंक HDFC Bank ने इस राहत का ऐलान किया है।

Bank of Baroda ने पूरी कटौती पास ऑन की

सरकारी बैंक ऑफ बड़ौदा ने RBI के फैसले को तुरंत लागू करते हुए अपनी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में 0.50% की पूरी कटौती की है। अब BOB की नई RLLR दर 8.65% से घटकर 8.15% हो गई है, जो 7 जून 2025 से लागू हो चुकी है। इसका सीधा फायदा उन ग्राहकों को मिलेगा जिनके होम लोन, पर्सनल लोन या अन्य लोन RLLR से जुड़े हैं। इससे उनकी EMI में कमी आएगी और लंबे समय में ब्याज भुगतान भी घटेगा।

  • BOB की नई RLLR:
  • पुरानी दर: 8.65%
  • नई दर: 8.15%
  • प्रभावी तिथि: 7 जून 2025
  • HDFC Bank ने MCLR में की कटौती

प्राइवेट सेक्टर की दिग्गज बैंक HDFC Bank ने भी अपने ग्राहकों को राहत दी है। बैंक ने अपनी फंड की सीमांत लागत आधारित उधार दर (MCLR) में विभिन्न अवधियों के लिए 0.10% की कटौती की है।

HDFC की नई MCLR दरें (7 जून से लागू)

अवधि    पुरानी दर    नई दर    कटौती
एक दिन    9.00%    8.90%    -0.10%
एक महीना    9.00%    8.90%    -0.10%
तीन महीने    9.05%    8.95%    -0.10%
छह महीने    9.15%    9.05%    -0.10%
एक साल    9.15%    9.05%    -0.10%
दो साल    9.20%    9.10%    -0.10%
तीन साल    9.20%    9.10%    -0.10%

HDFC की यह कटौती उन ग्राहकों को लाभ देगी जिनके लोन MCLR से लिंक हैं, जैसे ऑटो लोन, पर्सनल लोन और कुछ पुराने होम लोन प्लान।

EMI पर असर: कितना फायदा मिलेगा?

मान लीजिए किसी ग्राहक ने ₹30 लाख का होम लोन 20 वर्षों के लिए लिया है, तो 0.50% की कटौती से उसकी मासिक किस्त में करीब ₹800 से ₹1,000 तक की राहत मिल सकती है। यही नहीं, कुल लोन अवधि में ब्याज में लाखों रुपये की बचत हो सकती है।

नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में भी कटौती

रेपो रेट के साथ-साथ आरबीआई ने नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में भी अप्रत्याशित रूप से कटौती की है, जिससे बैंकों के पास अधिक पैसा उपलब्ध होगा और वे ज्यादा से ज्यादा लोन दे सकेंगे। यह फैसला भी कर्ज को सस्ता करने और लिक्विडिटी को बढ़ावा देने के मकसद से लिया गया है।

ग्राहकों को क्या करना चाहिए?

  • लोन रिव्यू करें: अगर आपका लोन अब भी बेस रेट या पुरानी MCLR पर आधारित है, तो बैंक से संपर्क कर RLLR या नई MCLR पर शिफ्ट होने का अनुरोध करें।
  • टॉप-अप लोन पर विचार करें: कम ब्याज दरों के कारण अब टॉप-अप लोन लेना भी सस्ता होगा।
  • नई खरीद का सही समय: अगर आप घर, कार या अन्य बड़ी खरीदारी की योजना बना रहे हैं, तो यह समय लोन लेने के लिए अनुकूल है।
  • EMI प्लान करें: नई EMI राशि के आधार पर अपने मासिक खर्चों को दोबारा बजट करें।

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