stock market: अमेरिकी कनेक्शन से बाजार में भारी गिरावट, Sensex 1190 और Nifty 360 पॉइंट लुढ़केशेयर बाजार में आई अचानक गिरावट के कारण अमेरिकी फेड की ब्याज दरों में कटौती की अनिश्चितता और आईटी शेयरों में बिकवाली रही। इसके चलते Sensex और Nifty 24 हजार के नीचे गिर गए, जिससे बाजार में भारी दबाव आया।
stock market: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज सुबह तक शेयर बाजार में तेजी थी, लेकिन दोपहर के बाद आईटी के शेयरों में बिकवाली शुरू हो गई, जिससे बाजार क्लोज होने तक Sensex और Nifty दोनों ही हरे से लाल निशान पर पहुंच गए।
अमेरिकी फेड और IT शेयरों का असर
शेयर बाजार में अचानक आई गिरावट के पीछे अमेरिकी फेड की ब्याज दरों में कटौती की अनिश्चितता और आईटी शेयरों में बिकवाली का असर था। इसके चलते Sensex और Nifty दोनों में भारी गिरावट आई, जो 24,000 के स्तर से नीचे गिर गए। अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े से यह संकेत मिला कि ब्याज दरों में कटौती की गति अपेक्षाकृत धीमी रहेगी, जिससे आईटी शेयरों में 4% तक की गिरावट आई।
Sensex के 30 शेयरों में से 29 हुए 'लाल'
Sensex के 30 शेयरों में से 29 शेयर मार्केट क्लोज होने के समय तक लाल निशान पर बंद हुए। एकमात्र शेयर जो हरे निशान पर बंद हुआ, वह था एसबीआई का, जिसमें 0.59 प्रतिशत की तेजी देखी गई। बाकी के 29 शेयर गिरावट का सामना कर रहे थे।
Nifty 50 के 46 शेयर 'लाल' निशान पर
Nifty 50 के चार्ट को देखें तो 46 कंपनियों के शेयर लाल निशान पर बंद हुए। जिन कंपनियों में तेजी देखने को मिली, वे थीं ADANIENT, SHRIRAMFIN, SBIN और CIPLA। इन कंपनियों के शेयरों में हल्की बढ़त देखने को मिली, जबकि बाकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।
BSE में मार्केट कैप में बड़ी गिरावट
BSE में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप आज की गिरावट के बाद 1.52 लाख करोड़ रुपये घटकर 442.96 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की गति में आने वाली अनिश्चितता और आईटी क्षेत्र में हो रही बिकवाली था। निफ्टी आईटी इंडेक्स में 2.3% की गिरावट आई, जिसमें एलटीटीएस, इंफोसिस, टेक महिंद्रा और एचसीएल टेक प्रमुख रूप से प्रभावित हुए।
अडानी समूह में तेजी, 9.3% तक बढ़े शेयर
दूसरी ओर, अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस और अडानी टोटल गैस के शेयरों में सबसे ज्यादा उछाल आया, जो क्रमशः 9% और 9.3% बढ़े। अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में भी 8.3% की वृद्धि हुई, जबकि अडानी पावर, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी विल्मर और अडानी पोर्ट्स के शेयरों में 5% तक की बढ़ोतरी हुई। पिछले सप्ताह के अभियोगों के बावजूद, अडानी समूह ने अपनी स्थिति स्पष्ट की कि उनके अधिकारियों पर अमेरिकी विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम का उल्लंघन का आरोप नहीं है।
नुकसान से उबरने की कोशिश में अडानी समूह
प्रॉसिक्यूटर के बाद से मंगलवार तक अडानी समूह को लगभग 34 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था, लेकिन बुधवार को समूह के शेयरों में लगभग 14 बिलियन डॉलर की वृद्धि हुई, जो निवेशकों के लिए राहत का संकेत था।