Valley of Flowers Open: शनिवार को खुली विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी, भारतीय और विदेशी पर्यटकों का लगेगा जमावड़ा, इतना रूपये का लगेगा टिकट

Valley of Flowers Open: शनिवार को खुली विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी, भारतीय और विदेशी पर्यटकों का लगेगा जमावड़ा, इतना रूपये का लगेगा टिकट
Last Updated: 01 जून 2024

विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी को शनिवार से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। फूलों की घाटी तक पहुंचने के लिए बेस कैंप घांघरिया से तीन किमी पैदल चलकर जाना पड़ता है। पहले दिन 21 पर्यटकों ने अपना पंजीकरण करवाया हैं।

गोपेश्वर: विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी को शनिवार (१ जून) से पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। जानकी के मुताबिक सुबह लगभग आठ बजे नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के प्रभागीय वनाधिकारी बीपी राव मार्तोलिया प्रवेश द्वार से फूलों की घाटी की यात्रा का शुभारंभ करेंगे। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी के लिए बीपी राव ने घांघरिया बेस कैंप से 48 पर्यटकों के पहले दल को हरी झंडी दिखाकर यात्रा पर भेजा। डीएफओ (Divisional Forest Officer) ने बताया कि सेंचुरी एरिया होने के कारण पर्यटकों को फूलों की घाटी में रात्रि के समय रुकने नहीं दिया जाएगा।

इतना रूपये का लगेगा टिकट

अधिकारी ने Subkuz.com को बताया कि पर्यटकों को फूलों की घाटी में घूमने के बाद उसी दिन वापस बेस कैंप घांघरिया में आना होगा। बेस कैंप घांघरिया में पर्यटकों के ठहरने के लिए विभाग द्वारा समुचित व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि वैली ऑफ फ्लावर ट्रैकिंग के लिए देशी नागरिकों से 200 रुपये तथा विदेशी नागरिकों से टिकट के 800 रुपये निर्धारित शुल्क लिया जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि ट्रैक को सुगम और सुविधाजनक बनाया गया है। फूलों की घाटी के लिए बेस कैंप घांघरिया से टूरिस्ट गाइड की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। इस साल यह फूलों की घाटी 31अक्टूबर तक पर्यटकों के लिए ओपन रहेगी। फूलों की घाटी की रोचक बात ये है कि घाटी हर 15 दिन में अलग रंग का फूल खिलता है। यहां फूलों की कुछ ऐसी प्रजाति है जो आपको यहां के अलावा कहीं भी देखने को नहीं मिलेगी। फूलों की घाटी दुर्लभ हिमालयी वनस्पतियों से सुसर्जित और जैव विविधता का अद्भुत खजाना है। प्रकृति से प्रेम करने वाले लोग फूलों की घाटी से टिपरा ग्लेशियर, रताबन चोटी, गौरी और नीलगिरी पर्वत के बिहंगम के अद्भुत नजारे भी देख सकते हैं।

यहां 500 से अधिक प्रजाति के फूल

जानकारी के मुताबिक फूलों की घाटी पहुंचने के लिए बेस कैंप घांघरिया से तीन किमी पैदल चलकर जाना पड़ता है। घाटी में अलग-अलग मौसम में पांच सौ से भी अधिक प्रजाति के रंग-विरंगे फूल देखने को मिलते हैं। बताया कि सबसे अधिक फूल जुलाई-अगस्त बरसाती मौसम में खिलते हैं। इस दौरान सर्वाधिक संख्या में सैलानियों के पहुंचने से घाटी में रौनक आ जाती हैं।

 

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