गुजरात में एक चाय बनाने वाले को आयकर विभाग ने 49 करोड़ रूपये के जुर्माने का नोटिस भेजा है. इस नोटिस को देखकर उसके होश उड़ गए। बताया कि चाय विक्रेता खेमराज कुमार दवे के खाते में 34 करोड़ रुपये के अवैध ट्रांजेक्शन्स को लेकर इनकम टैक्स विभाग ने यह नोटिस जारी किया हैं।
गुजरात: प्रदेश में एक चाय बनाने वाले को आयकर विभाग ने 49 करोड़ रूपये के जुर्माने का नोटिस भेजा है. इस नोटिस के बारे में जानकर उसके होश उड़ गए। दरअसल चाय विक्रेता खेमराज कुमार दवे के खाते में कुछ दिन पहले 34 करोड़ रुपये के अवैध ट्रांजेक्शन्स को लेकर इनकम टैक्स विभाग ने यह नोटिस जारी किया हैं। अधिकारी ने Subkuz.com को बताया कि इसके पहले भी दवे के नाम दो नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन अंग्रेजी भाषा में होने के कारण उसने नोटिस को नजरअंदाज कर दिया। जब तीसरी बार अगस्त 2023 में नोटिस आया तो वह इसे लेकर वकील सुरेश कुमार जोशी के पास गया और पुरे मामले के बारे में जाना।
वकील ने बताई नोटिस की सच्चाई
वकील सुरेश कुमार जोशी ने खेमराज कुमार दवे को नोटिस के बारे में बताया कि वित्तीय वर्ष 2014-15 और 2015-16 के दौरान आपके खाते से हुए करोडो रूपये के अवैध लेनदेन को लेकर लगाई टैक्स पेनाल्टी का है। लेकिन व्यक्ति ने बताया की उसने अकाउंट में ऐसा कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया था, इसलिए उन्होंने पाटन में एक इनकम टैक्स अधिकारी से मुलाकात करके उन्हें पूरी बात बताई। इसके बाद आईटी अधिकारी ने उन्हें बताया कि किसी और ने उनके नाम से खाता खोलकर ये करोड़ों रूपये का लेनदेन किया।
दो भाइयों पर हुआ चायवाले को शक
खेमराज कुमार दवे को आईटी अधिकारी से मिली जानकारी के बाद पूरी बात समझ आ गई की यह काम किसने किया है। दरअसल जिन दो भाइयों को वह लगभग पिछले 10 साल से अपनी दुकान पर चाय पिलाता आ रहा है। उन्हीं ने धोखे से उनके दस्तावेजों का गलत उपयोग किया। इसके बाद दवे ने थाने में मामला दर्ज कराया। एफआईआर के मुताबिक बनासकांठा के कांकरेज गांव के निवासी खेमराज कुमार दवे वर्ष 2014 से पाटन कॉमोडिटी बाजार में चाय की दुकान को चला रहे हैं। उनकी दुकान पर रोजाना मेहसाणा के रहने वाले अल्पेश कुमार पटेल और विपुल कुमार पटेल चाय पिने आते थे।
पैन कार्ड के लिए मांगे थे दस्तावेज
जानकारी के मुताबिक खेमराज कुमार दवे ने 2014 में अपना पैन कार्ड बैंक खाते से लिंक करने के लिए अल्पेश कुमार से सहायता मांगी थी और उसे अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड और आठ पासपोर्ट साइज फोटो दी थीं। इसके बाद अल्पेश दवे की दुकान पर गया और उससे कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए और बाद में इनकम टैक्स विभाग के नियमों का हवाला देते हुए आधार कार्ड की फोटोकॉपी निकलवा ली।
पाटन सिटी बी डिवीजन पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों के खिलाफ विश्वासघात, धोखाधड़ी, जालसाजी, जाली दस्तावेजों को असली के रूप में पेश करना समेत कई धाराओं में केस दायर कर दिया। जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा दोनों भाइयों से पूछताछ की गई है, लेकिन अभी तक ठोस साबुत न मिलने के कारण उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया हैं।