बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन हमेशा अपने बेटे अभिषेक बच्चन के समर्थन में खड़े रहते हैं। इस बार भी उन्होंने अपने बेटे की नई फिल्म 'आई वांट टू टॉक' के बारे में ऐसा ब्लॉग लिखा है, जिसे पढ़कर हर किसी के दिल में एक खास जगह बन गई है। शूजित सरकार के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अभिषेक बच्चन ने बाप-बेटी के रिश्ते को बेहद संवेदनशील तरीके से निभाया है। हालांकि, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बहुत बड़ी सफलता नहीं पा सकी है, लेकिन इसके बावजूद अभिषेक की अभिनय को भरपूर सराहना मिल रही हैं।
फिल्म की कहानी और अभिषेक का किरदार
फिल्म 'आई वांट टू टॉक' का केंद्र बिंदु बाप-बेटी का संबंध है, जिसमें अभिषेक बच्चन ने अर्जुन सेन का किरदार निभाया है। यह एक गंभीर कहानी है, जो किसी लव स्टोरी या एक्शन से दूर जाकर एक ऐसे रिश्ते को दर्शाती है, जिसमें संचार की कमी और संवेदनाओं का अभाव दोनों ही महत्वपूर्ण मुद्दे हैं। फिल्म में अभिषेक का अभिनय बेहद प्रभावशाली है और उन्हें इसके लिए प्रशंसा मिल रही है। हालांकि, फिल्म बॉक्स ऑफिस पर उतनी कामयाबी नहीं हासिल कर पाई, जितनी अपेक्षाएं थीं, लेकिन इसने बहुत से दर्शकों के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ी हैं।
अमिताभ बच्चन का सपोर्ट
अपने बेटे की इस फिल्म के बारे में अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग पर लिखा, "कुछ फिल्में आपको सिर्फ मनोरंजन देती हैं, लेकिन कुछ फिल्में आपको एक हिस्सा बना देती हैं। 'आई वांट टू टॉक' उन्हीं फिल्मों में से एक है, जो आपको स्क्रीन से जुड़ने का अनुभव देती है। यह फिल्म आपको सीट से धीरे से उठाती है और स्क्रीन में समाहित कर देती है।" इसके बाद उन्होंने अभिषेक के अभिनय की भी सराहना की, "आप सिर्फ अभिषेक नहीं हो, आप अर्जुन सेन हो इस फिल्म के।"
हरिवंश राय बच्चन की याद में
अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की एक प्रसिद्ध लाइन का भी उल्लेख किया, "कहने दो उन्हें जो वे कहते हैं, लेकिन मैं अपने पूज्य बाबूजी की बात कहूंगा: अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे।" इस लाइन के जरिए उन्होंने न केवल अपने बेटे के बारे में अपने विचार व्यक्त किए, बल्कि लोगों को यह भी संदेश दिया कि आलोचनाओं के बावजूद हमें अपनी पहचान को लेकर आत्मविश्वास रखना चाहिए। अमिताभ ने लिखा, "जो बोलते हैं, उन्हें बोलने दो, लेकिन मैं यही कहता हूं कि अच्छाई के लिए लालच अच्छा हो सकता है, लेकिन बुरा सोचने या अच्छा सोचने की आपकी जरूरत थी।"
फिल्म के बारे में शूजित सरकार का दृष्टिकोण
'आई वांट टू टॉक' को शूजित सरकार के निर्देशन में बनाया गया है। शूजित सरकार एक ऐसे निर्देशक हैं, जो हमेशा अलग-अलग और नए विषयों पर काम करते हैं। फिल्म के बारे में उन्होंने बताया कि इस फिल्म की कहानी उन्हें एक खास दोस्त से मिली थी, और उन्होंने इसे बाप-बेटी के रिश्ते को दर्शाने के लिए चुना। शूजित ने कहा कि यह फिल्म दर्शकों को अपनी ही जिंदगी से जोड़ने पर मजबूर करती है। शूजित और अमिताभ बच्चन की जोड़ी पहले भी 'पिंक', 'पीकू', और 'गुलाबो सिताबो' जैसी फिल्मों में काम कर चुकी है, लेकिन यह उनकी पहली फिल्म है जिसमें वह अभिषेक के साथ काम कर रहे हैं।
फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर प्रदर्शन पर अमिताभ का दृष्टिकोण
अमिताभ बच्चन ने बॉक्स ऑफिस की कमाई को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी और इस पर कहा कि फिल्म के प्रदर्शन का मूल्यांकन सिर्फ पैसे से नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, "जीवन का शाश्वत सत्य यह है कि मेरे बारे में झूठ लिखना आसान होता है। आपकी जरूरत है कि आप मुझे अच्छाई के लिए देखें।" उनका यह संदेश स्पष्ट रूप से उन लोगों के लिए था, जो फिल्म के प्रदर्शन पर टिप्पणी कर रहे थे।
अंत में, अमिताभ बच्चन ने लिखा, "आप किसी को अच्छा मानते हैं क्योंकि यह आपकी जरूरत है, और किसी को बुरा मानते हैं क्योंकि यह आपकी जरूरत है। यही मेरी पहचान है, और यही मुझे परिभाषित करता हैं।"
अमिताभ बच्चन का यह ब्लॉग न केवल उनके बेटे अभिषेक बच्चन के लिए प्यार और समर्थन का प्रतीक है, बल्कि यह यह भी बताता है कि हमें आलोचनाओं से परे अपनी पहचान पर गर्व करना चाहिए। 'आई वांट टू टॉक' भले ही बॉक्स ऑफिस पर अपेक्षाकृत सफलता हासिल न कर पाई हो, लेकिन इसने दर्शकों के दिलों में अपनी एक खास जगह बना ली है, और अभिषेक के अभिनय को बिना किसी शंका के सराहा जा रहा हैं।