उदित नारायण का जन्मदिन 1 दिसंबर को मनाया जाता है। वे 1 दिसंबर 1955 को बिहार के सुपौल जिले में जन्मे थे। आज बॉलीवुड इंडस्ट्री के सबसे मशहूर और सम्मानित गायक उदित नारायण (Udit Narayan) अपना 69वां जन्मदिन मना रहे हैं। संगीत की दुनिया में अपनी अविस्मरणीय आवाज से करोड़ों दिलों को जीता, उदित नारायण की आवाज़ आज भी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बनाती है। उनके गाने आज भी लोगों की ज़ुबां पर रहते हैं, चाहे वह रोमांटिक हो या पार्टी एंथम। उन्होंने 90 के दशक में बॉलीवुड संगीत की दिशा को एक नया मोड़ दिया।
करियर की शुरुआत एक संघर्षपूर्ण यात्रा
उदित नारायण का जन्म 1 दिसंबर 1955 को बिहार के सुपौल जिले में हुआ था। उनका परिवार मैथिली ब्राह्मण था, और आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। लेकिन संगीत के प्रति उनका रुझान बचपन से था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत नेपाल के काठमांडू के रेडियो स्टेशन से की थी, जहां वह महज़ 100 रुपये महीने की नौकरी करते थे। शुरुआत में तो उन्होंने नेपाली और मैथिली लोक गीत गाए, लेकिन उनका सपना बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने का था।
एक समय ऐसा भी आया जब उनका मुंबई पहुंचने का सफर आसान नहीं था। काठमांडू में मुश्किल वक्त गुजारने के बाद, उन्होंने म्यूज़िकल स्कॉलरशिप प्राप्त की और मुंबई आ पहुंचे। मुंबई में आकर भी संघर्ष का सिलसिला जारी रहा। वह रात को होटल में गाने गाते थे और दिन में पढ़ाई करते थे। यह कठिनाई उनकी मेहनत का हिस्सा थी, और यही मेहनत बाद में रंग लाई।
"पापा कहते हैं" से मिली पहचान
उदित नारायण को बॉलीवुड में असली पहचान फिल्म 'कयामत से कयामत तक' के हिट गाने "पापा कहते हैं" से मिली। यह गाना न केवल उस वक्त के दर्शकों के दिलों में बस गया, बल्कि इस गाने ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया। इसके बाद उनकी आवाज़ को कई फिल्मों में शामिल किया गया, और फिर वह लगातार हिट गाने देने लगे।
उदित नारायण ने अपने करियर में लगभग 15,000 गाने गाए हैं। उन्होंने सौदागार, हम, कुछ कुछ होता है, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, हम साथ साथ हैं जैसी कई हिट फिल्मों में गाने गाए। इसके अलावा, वह हिंदी के साथ-साथ तमिल, तेलुगु, मलयालम, भोजपुरी, और बंगाली फिल्मों में भी गा चुके हैं। उनके गाए गाने आज भी लोगों के बीच सदाबहार हैं।
पर्सनल लाइफ दो शादियां और विवाद
उदित नारायण अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी सुर्खियों में रहे हैं। उन्होंने दो शादियां की थीं, और यह बात काफी समय तक गुप्त रखी थी। उनकी पहली पत्नी रंजना नारायण ने जब अदालत में इस मामले को उठाया, तो उदित नारायण को अपनी दूसरी शादी स्वीकार करनी पड़ी। उनका कहना था कि उन्होंने अपनी पहली पत्नी से तलाक नहीं लिया था, लेकिन फिर भी उन्होंने दीपा नारायण से शादी कर ली।
उदित नारायण और दीपा के एक बेटा है, आदित्य नारायण, जो एक प्रसिद्ध अभिनेता और सिंगर हैं। आदित्य की आवाज़ भी लोगों को पसंद आती है, और वह बॉलीवुड में अपनी पहचान बना चुके हैं।
पुरस्कार और सम्मान
1. पद्मश्री (2009)
भारत सरकार द्वारा उन्हें 2009 में पद्मश्री, जो कि भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है, से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके संगीत और भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए दिया गया था।
2. राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
उदित नारायण को कई बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चुका है। उन्हें अपने गानों के लिए खासकर 90 के दशक में बहुत सराहा गया।
3. फिल्मफेयर पुरस्कार
उदित नारायण को कई फिल्मफेयर अवार्ड्स मिले हैं। उन्होंने रोमांटिक गानों में अपनी आवाज का जादू बिखेरा, और इन गानों के लिए उन्हें बार-बार फिल्मफेयर अवार्ड्स मिले।
4. मध्यप्रदेश सरकार द्वारा सम्मान
उन्हें मध्यप्रदेश सरकार द्वारा भी उनकी संगीत यात्रा और योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
5. संगीत नायक अवार्ड
उनका संगीत करियर अवार्ड्स से भरा पड़ा है, जिसमें "संगीत नायक अवार्ड" भी शामिल है।
आज की स्थिति करोड़ों की संपत्ति और उपलब्धियां
आज उदित नारायण का नाम दुनिया के सबसे बड़े और सम्मानित गायकों में लिया जाता है। वह अब एक सिंगिंग स्टार से भी बढ़कर एक प्रेरणा स्रोत बन चुके हैं। उनकी नेट वर्थ आज करीब 150 करोड़ रुपये बताई जाती है, जो उन्होंने अपने लंबे करियर और कई हिट गानों से अर्जित की हैं।
आज भी वह बॉलीवुड के सबसे पॉपुलर और वर्सेटाइल सिंगर्स में से एक हैं। उनकी आवाज़ में वह खास बात है जो किसी भी गाने को हिट बना देती हैं।
उदित नारायण की जिंदगी से यह साबित होता है कि संघर्ष और मेहनत के बिना कोई भी सफलता हासिल नहीं की जा सकती। उन्होंने अपने संघर्षपूर्ण दिनों से लेकर बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने तक का लंबा सफर तय किया है। आज जब वह अपना 69वां जन्मदिन मना रहे हैं, तो उनकी यात्रा हमें प्रेरित करती है कि अगर आप मेहनत करें, तो कोई भी सपना संभव हो सकता हैं।