आयुष्मान कार्ड के तहत गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को एक वर्ष में पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती हैं। सरकार द्वारा 'आयुष्मान कार्ड' बनाने की योजना लागू की गई है। अब मोबाइल पर घर बैठे भी आयुष्मान कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
जहानाबाद: गरीब व मध्यम वर्ग के लोगों को आयुष्मान कार्ड से एक वर्ष में पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाती हैं। सरकार द्वारा गरीब लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिलाने के लिए आयुष्मान कार्ड बनाने की योजना लागू की गई है। इस योजना के माध्यम से कार्डधारी चिन्हित अस्पताल में निशुल्क इलाज की सुविधा प्राप्त कर सकता हैं। बिहार जिले में 8 लाख 35684 आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया हैं। लेकिन अभी तक तीन लाख 30 हजार 520 कार्ड बन चुके हैं।
अधिकारी में Subkuz.com को बताया कि आयुष्मान कार्ड से प्रदेश में 13 हजार 355 लोगों ने इलाज कराकर इस योजना का लाभ लिया। आयुष्मान भारत कार्यक्रम की मदद से आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के लोगों को अपना फ्री में इलाज कराने में काफी मदद मिली है। मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से भी आयुष्मान कार्ड बनाने में काफी गति मिली है। सभी राशन कार्डधारियों का आयुष्मान भारत कार्ड बनाए जाने की प्रक्रिया निरंतर रूप से चल रही हैं।
कार्ड जेनरेट करने की प्रक्रिया हुई आसान
आयुष्मान कार्ड योजना के समन्वयक बबीता कुमारी सैनी ने बताया कि कार्ड जेनरेट करने की प्रक्रिया को आसान बना दिया गया है। मोबाइल से आयुष्मान भारत एप डाउनलोड करके खुद का कार्ड घर बैठे जेनरेट किया जा सकता है। एप डाउनलोड करने के बाद लाभार्थी को मोबाइल नंबर की मदद से योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद सभी जानकारी जैसे राशन कार्ड नंबर, फैमिली डिटेल्स और अन्य जानकारियों को सावधानी पूर्वक भरना होगा। मोबाइल एप के जरिए, ऑनलाइन आयुष्मान कार्ड आसानी से घर पर ही बनाया जा सकता है। इसके अलावा सीएससी, अस्पताल और पंचायत समिति में कार्यपालक सहायक से भी आयुष्मान कार्ड बनवाया जा सकता हैं।