मुख्यमंत्री नायब सिंह ने मंगलवार को फरीदाबाद की तिगांव और एनआईटी विधानसभा सीट पर भाजपा के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार किया। इस अवसर पर उन्होंने नूंह की फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार मामन खान पर तीखी टिप्पणी की। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि मामन को अपनी चिंता करनी चाहिए, और समय ही बताएगा कि किसकी चुनावी लिस्टें किस प्रकार तैयार हुई हैं।
Faridabad: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस के प्रत्याशी मामन खान पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका हालिया बयान समाज में विभाजन और लोगों के बीच द्वेष व भय उत्पन्न करने वाला है। एक जिम्मेदार नेता को ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए। उन्हें अपनी बात को सम्मानपूर्वक रखने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री मंगलवार शाम को जिले के तिगांव और एनआईटी विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभाओं को संबोधित करने के लिए आए थे। जनसभा के बाद, सीएम से नूंह में हुए उपद्रव के मामलों पर चर्चा करते हुए, तत्कालीन विधायक और वर्तमान प्रत्याशी मामन खान के उस बयान पर सवाल किया गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जिन लोगों ने मेवात के बच्चों के साथ अन्याय किया, कांग्रेस की सरकार बनते ही उन्हें मेवात छोड़ना पड़ेगा।
लिस्टें किसकी बन गई
सीएम सैनी ने कहा कि संबंधित लिस्ट तैयार की जा रही है। जब उनसे इस बारे में प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने उत्तर दिया कि लिस्टें किस-किस की बनी हैं, इस पर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, यह सब समय पर स्पष्ट होगा। उन्होंने यह भी कहा कि मामन खान को सोच-समझकर बोलना चाहिए।
मामन खान पर नूंह उपद्रव के आरोप लगाए गए थे, जिसके कारण पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया और उन्हें जेल में डालना पड़ा। क्या मामन खान यह भूल गए हैं कि जो व्यक्ति दोषी होता है, उसे कानून द्वारा सजा मिलती है? ऐसे बयान उनके लिए उचित नहीं हैं। यदि उन्होंने इस तरह की बातें जारी रखी, तो उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
नूंह की घटनाओं के लेखक थे मामन खान
सीएम सीएम ने स्पष्ट किया कि नूंह में जो घटनाएँ हुईं, उनकी पटकथा के मुख्य रचनाकार मामन खान ही थे। ऐसे में, उन्हें इससे बचने का कोई रास्ता नहीं है। कानून के शिकंजे से वह नहीं बच सकते और न ही कोई उन्हें बचाने की कोशिश करेगा। मामन खान अब कानून की गिरफ्त में फंस चुके हैं। सीएम ने यह भी कहा कि मामन खान की यह सोच उनके संस्कारों से उपजी है और वह ऐसे ही माहौल में बड़े हुए हैं। उन्होंने आगे सलाह दी कि मामन खान को अपने बयानों में सुधार करना चाहिए।