महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी सस्पेंस बना हुआ है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में महायुति (BJP, शिवसेना शिंदे गुट, और NCP अजित पवार गुट) ने 288 में से 230 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया हैं।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चाएं तेज हैं। शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता और कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस बार मुख्यमंत्री का पद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पास जाएगा। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के फैसले को पूरी तरह स्वीकार करेंगे। इसके साथ ही, शिंदे ने विनम्रता दिखाते हुए कहा कि उनके लिए "सीएम" का मतलब "कॉमन मैन" है, न कि "चीफ मिनिस्टर।"
सीएम पेड़ पर आज हो सकता है फैसला
महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री को लेकर आज दिल्ली में एक अहम बैठक होगी, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे, और अजित पवार शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में मुख्यमंत्री पद के नाम पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता और कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह मुख्यमंत्री की दौड़ में नहीं हैं और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार का समर्थन करने की बात कही है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जो भी फैसला लेंगे, वह उन्हें स्वीकार होगा।
बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने शिंदे के इस बयान का स्वागत किया और कहा कि महायुति (बीजेपी, शिवसेना शिंदे गुट, और एनसीपी अजित पवार गुट) में सभी निर्णय सामूहिक सहमति से लिए जाते हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि "एक मुख्यमंत्री और दो डिप्टी मुख्यमंत्री" का मॉडल अपनाया जा सकता है, जिसमें देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री और एकनाथ शिंदे तथा अजित पवार उपमुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं।
दो उप मुख्यमंत्री भी ले सकते हैं शपथ
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर तस्वीर लगभग साफ हो गई है कि अगला मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से होगा। कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हालिया बयान से यह संकेत मिला है कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं और उन्होंने बीजेपी के फैसले का समर्थन करने की बात कही है। सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र में "दो उपमुख्यमंत्री" वाला मॉडल एक बार फिर अपनाया जा सकता है। इसमें एक उपमुख्यमंत्री शिवसेना (शिंदे गुट) से और दूसरा उपमुख्यमंत्री राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अजित पवार गुट से हो सकता हैं।
महायुति ने इस बार के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 235 सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें बीजेपी ने अकेले 132 सीटों पर जीत दर्ज की है। सरकार बनाने के लिए 145 सीटों की आवश्यकता होती है, और बीजेपी को अपने सहयोगियों में से किसी एक का समर्थन पर्याप्त होगा। महायुति के इस भारी बहुमत के सामने महाविकास अघाड़ी को करारी हार का सामना करना पड़ा हैं।