First Transgender MP In America: ट्रांसजेंडर महिला सांसद को लेकर अमेरिकी संसद में मचा बवाल, कौन सा बाथरूम करेंगी यूज इस बात पर उठ रहे सवाल?

First Transgender MP In America: ट्रांसजेंडर महिला सांसद को लेकर अमेरिकी संसद में मचा बवाल, कौन सा बाथरूम करेंगी यूज इस बात पर उठ रहे सवाल?
Last Updated: 4 घंटा पहले

अमेरिकी संसद में महिलाओं की प्राइवेसी को लेकर हाल ही में विवाद बढ़ गया है, जब एक ट्रांसजेंडर महिला सांसद के लेडीज टॉयलेट का उपयोग करने पर सवाल उठाए गए। यह मामला संवेदनशील सामाजिक मुद्दों और ट्रांसजेंडर अधिकारों के बीच संतुलन बनाने से जुड़ा हैं।

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत दर्ज कर फिर से राष्ट्रपति पद हासिल किया, जबकि मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में एक ऐतिहासिक घटना भी सामने आई, जब पहली बार किसी ट्रांसजेंडर उम्मीदवार ने अमेरिकी कांग्रेस का चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया।

डेमोक्रेटिक पार्टी की सारा मैकब्राइड, जो ट्रांसजेंडर महिला हैं, संसद में चुनी गईं। सारा का जन्म एक पुरुष के रूप में हुआ था, लेकिन बाद में उन्होंने खुद को महिला के रूप में ट्रांसफॉर्म करवा लिया। इससे पहले, वह डेलावेयर राज्य सीनेट की सदस्य रह चुकी हैं और LGBTQ+ समुदाय के अधिकारों की प्रबल समर्थक हैं। उनकी जीत को लैंगिक समानता और समावेशिता की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा हैं।

अमेरिकी संसद में क्यों मचा बवाल

अमेरिकी संसद में डेमोक्रेटिक सांसद सारा मैकब्राइड के ट्रांसजेंडर महिला होने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। यह विवाद उनके महिला वॉशरूम इस्तेमाल करने पर शुरू हुआ, जब रिपब्लिकन पार्टी की महिला सांसद नैंसी मेस ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। नैंसी मेस ने कहा कि सारा मैकब्राइड का महिला टॉयलेट्स का उपयोग करना बाकी महिलाओं की प्राइवेसी और सुरक्षा का हनन है। इस मुद्दे पर नैंसी मेस ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में एक दो पन्नों का प्रस्ताव भी पेश किया, जिसमें उन्होंने मांग की कि संसद के सदस्य, अधिकारी और कर्मचारी केवल अपने जन्म के समय के जेंडर के अनुसार ही वॉशरूम या चेंजिंग रूम का उपयोग करें।

प्रस्ताव में यह भी तर्क दिया गया कि पुरुष के तौर पर जन्मे व्यक्तियों को महिला टॉयलेट्स का उपयोग करने की अनुमति देना महिलाओं की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता हैं।  यह विवाद संसद में व्यापक बहस का कारण बना, जिसमें लैंगिक पहचान, समावेशिता और प्राइवेसी के मुद्दों पर गहरे मतभेद दिखाई दिए।

सारा मैकब्राइड, जो पहली ट्रांसजेंडर महिला हैं जिन्होंने अमेरिकी कांग्रेस का चुनाव जीता है, ने इस विवाद पर अभी तक सीधे प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनके समर्थकों का कहना है कि यह मुद्दा ट्रांसजेंडर समुदाय के प्रति असहिष्णुता को दर्शाता है। वहीं, दूसरी ओर, रिपब्लिकन पार्टी का तर्क है कि यह प्राइवेसी और सुरक्षा का मामला है। इस विवाद ने अमेरिकी समाज और राजनीति में ट्रांसजेंडर अधिकारों पर एक नई बहस छेड़ दी हैं।

सारा मैकब्राइड ने इस मामले पर दी कड़ी प्रतिक्रिया

सारा मैकब्राइड ने महिला वॉशरूम विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे दक्षिणपंथी नेताओं की एक चाल करार दिया, जिसका उद्देश्य वास्तविक मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना है। ट्रांसजेंडर महिला सांसद ने कहा कि ऐसे विवाद खड़े करके कुछ नेता समाज में गैर-जरूरी बहस छेड़ने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि आम जनता गंभीर समस्याओं का सामना कर रही हैं।

सारा ने सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मौजूदा नेतृत्व के पास लोगों की बुनियादी समस्याओं का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा, "दक्षिणपंथी नेता जानबूझकर इन मुद्दों को उठाते हैं ताकि आर्थिक असमानता, स्वास्थ्य देखभाल की कमी, और जलवायु परिवर्तन जैसे अहम विषयों पर चर्चा हो सके।" सारा ने जोर देकर कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य समावेशिता और समान अधिकारों के लिए काम करना है और वह इस तरह के विवादों से विचलित नहीं होंगी।

अमेरिकी हाउस स्पीकर ने निकाला मामले का हल

अमेरिकी हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने सांसद नैंसी मेस द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव का समर्थन किया, जिसमें ट्रांसजेंडर महिलाओं को लेडीज टॉयलेट के उपयोग से प्रतिबंधित करने की मांग की गई थी। जॉनसन ने कहा कि महिलाओं के लिए पर्सनल स्पेस और प्राइवेसी बेहद जरूरी है और यह कदम महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया हैं।

उन्होंने यह भी घोषणा की कि यह प्रतिबंध कैपिटल हिल से लेकर संसद परिसर तक लागू रहेगा। माइक जॉनसन ने जोर देते हुए कहा, "यह कोई भेदभाव का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह महिलाओं के अधिकार और उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देने का मामला हैं।"

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