राहुल गांधी ने सरकारी बंगला खाली किया, उन्होंने कहा सच बोलने के लिए हर कीमत चुकाने को तैयार हूँ
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को अपना सरकारी बंगला खाली कर दिया। बंगला खाली करने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा है कि वह सच बोलने के लिए हर कीमत चुकाने को तैयार हैं। उन्होंने ये भी कहा की ये जो घर है। हिंदुस्तान की जनता ने मुझे 19 सालों के लिए दिया. मैं सबसे पहले जनता का धन्यवाद करना चाहता हूं। मैं कीमत चुकाता जाऊंगा. जो भी कीमत है, मैं चुकाऊंगा, पर जो सच है उसे बोलता रहूँगा।
उनसे जब पत्रकारों ने सवाल किया कि मामला तो अभी कोर्ट में है तो उन्होंने जवाब दिया, मैं यहाँ नहीं रहना चाहता हूं। अब जब मुझसे ये छीन ही लिया गया है तो ठीक है। कोई दिक्कत की बात नहीं है। कुछ समय के लिए अब मैं 10 जनपथ में रहूंगा।
10 जनपथ कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का सरकारी बंगला है।
प्रियंका गांधी ने भी उनके बंगला खाली करने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा भाई ने जो बोला है, वो बिल्कुल सच ह।. उन्होंने सच्चाई बोली है... सरकार के बारे में, इसलिए ही उनके साथ ये सब हो रहा है। वो बहोत हिम्मतवाले हैं। वो किसी से डरेंगे नहीं।
लोकसभा सचिवालय के उप सचिव मोहित राजन की ओर से 27 मार्च को राहुल गांधी को जारी एक पत्र में राहुल गांधी को सांसद के तौर पर आवंटित की गई सरकारी आवास को खाली करने के लिए एक महीने का नोटिस दिया गया था। नोटिस में ये कहा गया था कि वे एक महीने तक यानी की 22 अप्रैल, 2023 तक 12, तुगलक लेन का आवंटित बंगला रख सकते हैं। और 23 अप्रैल, 2023 से इस बंगले का आवंटन रद्द माना जाएगा।
पिछले महीने ही सूरत की अदालत ने राहुल गाँधी को मोदी सरनेम वाले बयान पर मानहानि केस में उन्हें दोषी माना था। कोर्ट ने राहुल गांधी को दो साल की सज़ा सुनाई थ। उसके बाद उनकी लोक सभा की सदस्यता रद्द कर दी गई थ।.