हिमाचल में पीछे कुछ दिनों से हो रही भारी वर्षा से भूस्खलन (Landslide) की घटना हो गई. इसके कारण प्रदेश की करीब 128 सड़कें पूरी तरह मलबे से बंद हो गई। मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों के लिए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। साथ ही लोगों को सतर्क रहने का सुझाव भी दिया हैं।
Shimla: हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण भूस्खलन (Landslide) और बाढ़ (Flood) के दौरान करीब 128 सड़कें पूरी तरह बंद हो गई। मौसम विज्ञान विभाग (Meteorological Department) ने शनिवार (10 अगस्त) और आने वाले दो-तीन दिन के लिए प्रदेश के कई स्थानों पर आंधी और भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) जारी किया हैं ।
मौसम विभाग ने इन जिलों में जारी की बाढ़ की चेतावनी
मौसम विभाग ने बताया कि शनिवार को सिरमौर, बिलासपुर, शिमला, मंडी, कुल्लू और सोलनजिलों के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ आने की चेतावनी दी है। वहीं कांगड़ा, हमीरपुर, मंडी, सिरमौर और ऊना जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बरसात होने का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने लोगों को बारिश से सतर्क रहने का आग्रह किया हैं।
इन जिलों में हुई तेज बारिश
मौसम विभाग ने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार को हुई बारिश से कुल्लू में 37, मंडी में 60, कांगड़ा में 5, शिमला में 21, हमीरपुर जिले में 1 और किन्नौर में 4 सड़कें पूरी तरह से बंद हो गई। तथा इन जिलों में कई स्थानों पर जल आपूर्ति और बिजली सप्लाई भी बाधित हुई है। बताया गया है कि गुरुवार शाम से शुक्रवार शाम तक मंडी जिले के जोगिंदरनगर में सबसे ज्यादा 163 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इनके अलावा पालमपुर में 78.5 मिमी, कटौला में 113.3 मिमी, बैजनाथ में 75.2 मिमी, शिमला में 60.7 मिमी, कंडाघाट में 80.5 मिमी, कुफरी में 70.3 मिमी, भरारी में 98.6 मिमी, पंडोह में 76.2 मिमी, और धर्मशाला में 127.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई हैं।
शिमला में जलापूर्ति प्रभावित
राजधानी शिमला भूस्खलन और बढ़ के कारण पानी सप्लाई पाइप टूट गई, जिससे जल आपूर्ति प्रभावित हुई है। बता दें शुक्रवार को सामान्य 42-45 एमएलडी पानी के मुकाबले 24.64 मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) जल ही प्राप्त हुआ। इसके आलावा कुछ स्थानों पर कम बारिश होने के कारण भी जलस्तर नीचे गिर गया। बारिश के बाद शुक्रवार को कुकुमसेरी 13.4 डिग्री सेल्सियस के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा। वहीं ऊना 35.8 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे गर्म स्थान रहा हैं।