बगलामुखी जयंती 2025 मई में मनाई जाएगी, जो माता बगलामुखी के शत्रु नाश और विजय की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन विशेष पूजा विधि से शांति और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है। बगलामुखी माता, जो अपने शत्रु नाश और विजय दिलाने वाले रूप के लिए प्रसिद्ध हैं, उनका जयंती दिन हर साल खास होता है। इस वर्ष, बगलामुखी जयंती 5 मई 2025, सोमवार को मनाई जाएगी।
बगलामुखी माता का स्थान हिंदू धर्म में विशेष रूप से उग्र देवी के रूप में है, जिन्हें शत्रुओं को पराजित करने और संकटों से मुक्ति दिलाने वाली देवी माना जाता है। इस दिन पूजा करने से भक्तों को मानसिक शांति, आत्मबल, और शत्रु बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
बगलामुखी जयंती की पूजा और उसका महत्व
बगलामुखी माता की पूजा का विशेष महत्व है, खासकर शत्रुओं को पराजित करने और कठिनाईयों से उबरने के लिए। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध के दौरान पांडवों को बगलामुखी माता की पूजा करने की सलाह दी थी, ताकि वे शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर सकें। यही कारण है कि इस दिन बगलामुखी माता की पूजा करने से शत्रु बाधाओं से मुक्ति मिलती है और मानसिक शांति भी प्राप्त होती है।
इस दिन विशेष रूप से शत्रुओं से बचने और समस्याओं से निपटने के लिए पूजा की जाती है। बगलामुखी माता की पूजा करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव होते हैं, और संकटों से मुक्ति मिलती है। इस पूजा से न केवल शारीरिक शत्रुओं, बल्कि मानसिक समस्याओं और तनाव से भी राहत मिल सकती है।
बगलामुखी जयंती 2025 की तिथियां
बगलामुखी जयंती का पर्व 2025 में 5 मई को मनाया जाएगा। यह पर्व विशेष रूप से मां बगलामुखी की पूजा के लिए महत्वपूर्ण होता है। इस दिन की तिथियां इस प्रकार हैं:
- अष्टमी तिथि प्रारंभ: 4 मई 2025 को सुबह 7:18 बजे से।
- अष्टमी तिथि समाप्त: 5 मई 2025 को सुबह 7:35 बजे तक।
- उदया तिथि: हिंदू धर्म में उदया तिथि पर पूजा का विशेष महत्व होता है। इस कारण बगलामुखी जयंती 5 मई को ही मनाई जाएगी।
बगलामुखी माता की पूजा का सरल और प्रभावी तरीका
बगलामुखी जयंती के दिन बगलामुखी माता की पूजा विधि से माता की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
- स्नान और शुद्धता: पूजा शुरू करने से पहले, सुबह स्नान करके स्वच्छ और पीले वस्त्र पहनें। पीला रंग बगलामुखी माता से जुड़ा हुआ है और यह उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
- पूजा स्थल तैयार करें: अब अपने घर में एक साफ जगह पर पीला आसन बिछाएं और वहां बगलामुखी माता की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। पूजा स्थल को शुद्ध और शांत रखें।
- पूजा सामग्री: पूजा में पीले फूल, हल्दी, पीले फल, चने की दाल और मिठाई रखें। साथ ही, धूप, दीपक और कपूर जलाकर वातावरण को शुद्ध करें।
- मंत्र का जाप: बगलामुखी माता का विशेष मंत्र है, जिसे आपको पूजा के दौरान जपना चाहिए:
'ह्रीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय, जिह्वां कीलय, बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा।'
इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। इस मंत्र के जाप से शत्रुओं का नाश होता है और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
- चालीसा और आरती: बगलामुखी चालीसा का पाठ करें और साथ ही माता की आरती भी करें। इससे घर में समृद्धि आती है और हर संकट से मुक्ति मिलती है।
- रात्रि साधना: यदि संभव हो, तो रात के समय साधना करें। रात्रि का समय बगलामुखी माता की कृपा प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से शुभ और प्रभावशाली माना जाता है।
- बगलामुखी माता की पूजा से मिलने वाले लाभ- शत्रु से मुक्ति और सफलता की प्राप्ति
बगलामुखी माता की पूजा करने से न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी कई लाभ मिलते हैं। यह पूजा आपकी हर मुश्किल का समाधान करने में मदद करती है।
- शत्रु से मुक्ति: बगलामुखी माता की पूजा करने से शत्रुओं के सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं। चाहे वह शारीरिक शत्रु हो या मानसिक, इस पूजा से उनका नाश होता है और आपको शांति मिलती है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो किसी विशेष व्यक्ति या परिस्थितियों से परेशान हैं।
- वाद-विवाद में सफलता: अगर आप किसी वाद-विवाद, कानूनी मामले या किसी अन्य प्रकार के विवाद में फंसे हैं, तो बगलामुखी माता की पूजा से न्याय में विजय प्राप्त होती है। उनकी कृपा से कठिन मामलों में सफलता मिल सकती है और न्याय की प्राप्ति होती है।
- आत्मबल और आत्मविश्वास: बगलामुखी माता की पूजा से आत्मबल और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। यह पूजा आपके अंदर एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है, जो समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ाती है। आत्मविश्वास की वृद्धि से आप अपनी समस्याओं का सामना बेहतर तरीके से कर पाते हैं।
- मानसिक शांति और संतुलन: बगलामुखी माता की पूजा से मानसिक शांति, संतुलन और आध्यात्मिक शक्ति की प्राप्ति होती है। अगर आप तनाव और मानसिक दबाव से गुजर रहे हैं, तो इस पूजा से आपका मन शांत होता है और जीवन में संतुलन बना रहता है। पूजा करने से न केवल शारीरिक बल बढ़ता है, बल्कि मानसिक स्थिति भी मजबूत होती है।
बगलामुखी माता की पूजा क्यों की जाती है
अगर आप अपने जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो बगलामुखी माता की पूजा आपके लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है। बगलामुखी माता को शत्रु नाशक देवी माना जाता है, जो आपके जीवन में आने वाली किसी भी प्रकार की रुकावट और मुश्किलों को दूर करती हैं। उनकी पूजा से शत्रुों का नाश होता है और उनके प्रभाव से बचाव मिलता है।
बगलामुखी माता की पूजा करने से आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं। इस पूजा के माध्यम से मानसिक शांति मिलती है, और साथ ही, आपकी आत्म-विश्वास में भी वृद्धि होती है। जब आप बगलामुखी माता की कृपा प्राप्त करते हैं, तो आपकी समस्याएं हल होने लगती हैं और जीवन में खुशहाली आती है।
इस पूजा के दौरान बगलामुखी मंत्र का जाप और उसकी विधि से किए गए प्रयासों से हर प्रकार की बाधाएं समाप्त हो जाती हैं। साथ ही, आपकी मेहनत में सफलता मिलने लगती है और हर कार्य में आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं।