सांस लेना हुआ मुश्किल! सर्दियों में खराब एयर क्वालिटी, फेफड़ों के लिए बढ़ा खतरा

सांस लेना हुआ मुश्किल! सर्दियों में खराब एयर क्वालिटी, फेफड़ों के लिए बढ़ा खतरा
Last Updated: 14 घंटा पहले

इंडियन जर्नल ऑफ चेस्ट डिजीज एंड एलाइड साइंसेज द्वारा किए गए हालिया शोध में यह बात सामने आई है कि सर्दियों के दौरान खराब एयर क्वालिटी श्वसन रोगों को और अधिक बढ़ा रही है। उत्तर भारत में बढ़ती ठंड के साथ वायु प्रदूषण का स्तर भी गंभीर रूप से बढ़ रहा है, जिससे फेफड़ों से संबंधित बीमारियों का खतरा और भी बढ़ गया है।

शोध में यह भी पता चला है कि इस मौसम में अस्पतालों में करीब 40 प्रतिशत अस्थमा रोगी खांसी और सांस लेने में तकलीफ के कारण भर्ती हो रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, ठंड और प्रदूषण का मिश्रण श्वसन तंत्र पर गंभीर असर डालता है। कम तापमान के कारण प्रदूषक कण हवा में लंबे समय तक रहते हैं, जिससे हवा की गुणवत्ता और बिगड़ जाती है। इन प्रदूषक कणों से सांस नली में सूजन उत्पन्न होती है और इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ता है, जिससे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।

एलर्जी और संक्रमण का बढ़ता प्रकोप

ठंड के मौसम में बढ़ते प्रदूषण के कारण एलर्जी, खांसी, जुकाम और सांस संबंधी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, विशेष रूप से बुजुर्ग और बच्चे, उन्हें इस समय अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।

वायरल संक्रमण और एलर्जिक रिएक्शन के मामले बढ़ रहे हैं, जिससे अस्पतालों में सांस संबंधी रोगियों की संख्या में इज़ाफा हुआ है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर से श्वसन तंत्र पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है, जिसके कारण इन बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। विशेषज्ञों ने इस मौसम में बाहर निकलते समय ज्यादा ध्यान रखने और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की सलाह दी है।

20 लाख लोगों की मौत हर साल

भारत में हर साल लगभग 20 लाख लोग वायु प्रदूषण से जुड़ी बीमारियों के कारण अपनी जान खो देते हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा मौतें सर्दियों के मौसम में होती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, खराब वायु गुणवत्ता के कारण दिल की बीमारियां, निमोनिया, मानसिक रोग, फेफड़ों का कैंसर और मोतियाबिंद जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है।

सर्दियों में बढ़ता वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए और भी खतरनाक हो जाता है। प्रदूषित हवा का संपर्क दिल और श्वसन तंत्र पर प्रतिकूल असर डालता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत और हृदय संबंधित समस्याओं में इजाफा हो रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में प्रदूषण से बचाव बेहद जरूरी है और लोगों को अपनी सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए।

क्या उपाय करें

• मास्क का इस्तेमाल करें: बाहर निकलते समय मास्क पहनना प्रदूषण से बचाव में मदद कर सकता है, खासकर जब वायु गुणवत्ता खराब हो।

• एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें: घर के अंदर हवा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें, ताकि आप प्रदूषण से बच सकें।

• बैलेंस डाइट और गुनगुने पानी का सेवन करें: एक स्वस्थ डाइट और गुनगुना पानी आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखता है और सर्दियों में आपको बीमारियों से बचा सकता है।

• सुबह-शाम की सैर से बचें: सुबह और शाम के समय प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक होता है, इसलिए इस समय बाहर जाने से बचें और अगर जरूरी हो तो मास्क का इस्तेमाल करें।

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