कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ब्रिटेन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में स्पीच दी। राहुल ने मंगलवार को भारत में विपक्षी पार्टियों, नेताओं और लोकतांत्रिक संस्थाओं की दिक्कतों का जिक्र किया था। राहुल ने कहा, "मेरे फोन की जासूसी होती है। विपक्ष के खिलाफ केस दर्ज किए जाते हैं। भारत में विपक्षी नेता के तौर पर यह एक ऐसा दबाव है, जो लगातार झेलना पड़ता है।" राहुल की स्पीच का VIDEO सैम पित्रोदा ने शेयर किया है।
राहुल के इस बयान पर भाजपा ने ऐतराज जताया है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा-'राहुल विदेशी धरती पर भारत को बदनाम कर रहे हैं।
कैंब्रिज में राहुल ने दिए 3 बड़े बयान...
1. मेरी बातें रिकॉर्ड की जाती थीं
राहुल ने कहा, "बड़े पैमाने पर राजनीतिक नेताओं के फोन में पेगासस है। मेरे फोन में भी पेगासस था। मुझे इंटेलिजेंस अफसरों ने बुलाकर कहा था कि आप फोन पर जो कुछ भी कहें, बेहद सतर्क होकर कहें, क्योंकि हम इसे रिकॉर्ड कर रहे हैं। यह एक ऐसा दबाव है, जो हम महसूस करते हैं।
2. भारत में मीडिया और लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला
उन्होंने कहा, "विपक्ष के खिलाफ केस दर्ज किए जाते हैं। मेरे खिलाफ कई क्रिमिनल केस दर्ज किए गए हैं, लेकिन ये केस ऐसी चीजों के लिए दर्ज किए गए, जो आपराधिक नहीं थीं। जब देश में मीडिया और लोकतांत्रिक ढांचे पर इस तरह का हमला हो रहा हो तो विपक्ष के तौर पर आपके लिए लोगों से बात करना मुश्किल हो जाता है।"
3. विपक्षी नेता मुद्दों पर बात कर रहे थे, जेल में डाल दिया
राहुल बोले, "लोकतंत्र के लिए जरूरी ढांचा संसद, स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका होते हैं। आज यह सब विवश होते जा रहे हैं। इसलिए हम भारतीय लोकतंत्र के मूल ढांचे पर हमले का सामना कर रहे हैं। भारतीय संविधान में भारत को राज्यों का संघ बताया है। उस संघ को बातचीत की जरूरत है। यह वह बातचीत है जो खतरे में है। आप देख सकते हैं तस्वीर जो संसद भवन के सामने की है। विपक्ष के नेता कुछ मुद्दों पर बात कर रहे थे, और उन्हें जेल में डाल दिया गया। ऐसा 3 या 4 बार हुआ है। जो हिंसक था।"
4. आतंकवादी मुझसे मिले थे, लेकिन उन्होंने मुझे कुछ नहीं किया
राहुल ने बताया, "भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक अनजान आदमी मेरे पास आया। उसने कहा कि वह मुझसे बात करना चाहता है। उसने पूछा कि क्या मैं सच में लोगों की समस्याएं सुनने के लिए आया हूं। उसने आसपास के कुछ लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे सभी आतंकवादी हैं। मुझे लगा कि मैं मुश्किल में हूं क्योंकि आतंकवादी मुझे मार डालेंगे। लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया क्योंकि यह सुनने की शक्ति है।"
राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी कैंब्रिज जज स्कूल में लेक्चर की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं।
अनुराग बोले- पेगासस कहीं और नहीं, राहुल के दिल-दिमाग में
अनुराग ठाकुर ने पेगासस मुद्दे पर कहा- 'यह कहीं और नहीं बल्कि राहुल के दिल-दिमाग में हुआ है। उनकी क्या मजबूरी थी जो अपना फोन जमा नहीं करवाया। ऐसा क्या था उनके फोन में। एक के बाद एक हार को वे पचा नहीं पाए हैं, जिस तरह से वे विदेश धरती पर, कभी विदेशी दोस्तों के जरिए भारत को बदनाम करते हैं, इससे ये सवाल सामने आता है कि कांग्रेस का एजेंडा क्या है?'
मई 2022 में भी कैंब्रिज में स्पीच दी थी, मोदी पर बयान की हुई थी आलोचना
राहुल गांधी इससे पहले मई 2022 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी गए थे। यहां पर उन्हें आईडियाज फॉर इंडिया विषय पर बोलना था। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी सरकार देश की संवैधानिक संस्थाओं जैसे संसद और चुनाव आयोग को उनका काम नहीं करने दे रहे हैं। भाजपा ने उनके इस बयान पर ऐतराज जाहिर किया था। सवाल पूछा था कि देश के प्रधानमंत्री पर विदेश में ऐसा बयान क्यों दिया?
राहुल ने अपना फोन जांच के लिए क्यों नहीं दिया- अनुराग ठाकुर
अनुराग ठाकुर ने मीडिया से कहा, "राहुल गांधी एक बार फिर विदेशी धरती पर हो-हल्ला मचाने का काम कर रहे हैं। पेगासस उसके दिमाग में है। उनसे पूछिए कि उन्होंने अपना फोन जांच के लिए क्यों नहीं दिया था। पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर में भारत का सम्मान बढ़ा है। ये बात बड़े-बड़े नेता कह रहे हैं। राहुल गांधी को इटली के पीएम को सुनना चाहिए कि उन्होंने पीएम मोदी के बारे में क्या कहा।"
ब्रिटेन दौरे पर राहुल का नया लुक चर्चा में रहा
राहुल ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है- लगातार और लगन से सुनने की कला ग्लोबल कन्वर्सेशन के लिए बहुत ताकतवर और जरूरी है। हमने इसे भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बहुत अच्छी तरह से समझा है।
लंदन पहुंचने पर राहुल का नया लुक सबसे ज्यादा सुर्खियों में था। राहुल नए लुक में कैंब्रिज पहुंचे तो एक फैन ने उनके साथ फोटो शेयर की। इसमें राहुल सेट की हुई दाढ़ी, कोट और टाई में नजर आ रहे हैं। 7 सितंबर 2022 में शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा के करीब 6 महीने बाद राहुल का लुक बदला हुआ नजर आ रहा है।
लर्निंग टु लिसन यानी सुनने की कला पर भी बोले थे राहुल
राहुल के 7 दिन के ब्रिटेन दौरे की शुरुआत मंगलवार से हुई। उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में बिजनेस स्कूल के छात्रों को संबोधित किया था। राहुल ने कहा कि हम एक ऐसी दुनिया को बनते हुए नहीं देख सकते, जो लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़ी हुई न हो। इसलिए, इस बारे में हमें नई सोच की जरूरत है। सुनने की कला बहुत पावरफुल होती है।
दुनिया में लोकतांत्रिक माहौल को बढ़ावा देने के लिए नई सोच जरूरी है, लेकिन उसे थोपा न जाए।
राहुल कैंब्रिज के छात्र रह चुके, सुरक्षा के चलते दूसरे नाम से डिग्री ली थी
राहुल गांधी ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में रॉल विंची के नाम से पढ़ाई की थी। उन्होंने डेवलपमेंट स्टडी में 1995 में एमफिल किया था। नाम इसलिए बदलना पड़ा था, क्योंकि पिता राजीव गांधी की हत्या के बाद सभी राहुल की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद थे। राहुल की डिग्री को लेकर जब विवाद शुरू हुआ तो तब कैम्ब्रिज की उपकुलपति रही प्रो. एलिसन रिचर्ड ने भी एक पत्र लिखा और बताया कि राहुल ने रॉल विंची के नाम से डिग्री हासिल की थी।