झुंझुनूं : आसमान को छूते शेखावाटी के दो स्टार युवा, क्लाउड सिक्योरिटी के बने शरताज, 12 वीं तक नहीं देखा था कंप्यूटर
झुंझुनूं के शेखावाटी से दो युवकों ने आसमान छूकर दिखा दिया. 12वीं कक्षा तक कंप्यूटर की शक्ल न देखने वाले छात्रों ने अमेरिका को भी प्रभावित किया है। मेहनत करने वालों को सफलता अवश्य मिलती हैं. शेखावाटी के दो युवा निशांत मित्तल और आनंद प्रकाश ने अपनी मेहनत से इस मुकाम को हासिल किया हैं. इन दो युवकों की कहानी सबको इंस्पायर करने और संघर्ष से आगे बढ़ने का हौसला देती है।
subkuz.com को बताया कि आनंद प्रकाश चूरू जिले में तारानगर क्षेत्र के बाय गांव का रहने वाला है. उसके पिता देवीलाल किसान है. वर्ष 2008 में उसके दोस्त ने सोशल अकाउंट हैक करने का चैलेंज दिया था। उसके बाद ही उसने कंप्यूटर साइंस से बी.टेक किया और अब कई कंपनियों को साइबर सिक्योरिटी देने लग गया. निशांत झुंझुनूं के निकट मंड्रेला गांव का रहने वाला है. उसके पिता पुरुषोत्तम बिजनेसमैन है।
जानकारी के अनुसार आनंद प्रकाश और निशांत मित्तल ने कंप्यूटर साइंस में बी.टेक किया हैं. निशांत ने आईआईटी धनबाद से बी.टेक की पढाई पूरी की. उसके बाद वह बेंगलुरु चला गया. वहां उसकी मुलाकात आनंद से हुई. आनंद बेंगलुरु में कई कंपनियों को साइबर सिक्योरिटी देने का काम करता था. बेंगलुरु में आनंद और निशांत ने कुछ दिनों तक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करने के साथ-साथ 2021 में एक कम्पनी बनाई, जिसका अमेरिका ने अधिग्रहण कर लिया है. अब यह अमेरिका की एक कम्पनी को क्लाउड सिक्योरिटी देंगे।