स्वाद में दम और सेहत में भरपूर – 'तंदूरी चाय' धीरे-धीरे भारत के हर कोने में लोकप्रिय होती जा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी खासियत सिर्फ उसका स्मोकी टेस्ट नहीं, बल्कि इसके सेहत से जुड़े कई फायदे भी हैं? यह पारंपरिक चाय की तुलना में कहीं अधिक एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है और इसका निर्माण भी बेहद दिलचस्प होता है।
क्या है तंदूरी चाय और क्यों है इतनी खास?
तंदूरी चाय दरअसल मिट्टी के कुल्हड़ (clay cup) में तैयार की जाती है, जो पहले से धधकते तंदूर में गर्म किया गया होता है। जैसे ही उबली हुई चाय इस गरम कुल्हड़ में डाली जाती है, वह तुंरत सिजलिंग साउंड के साथ चाय को खास 'स्मोकी फ्लेवर' दे देती है। यही फ्लेवर इसे बाकी चायों से अलग बनाता है।
तंदूरी चाय में मिलने वाला यह 'अर्थी टेस्ट' (earthy taste) न सिर्फ स्वाद को खास बनाता है बल्कि इसमें मौजूद मिट्टी के तत्व चाय में मिनरल्स की मात्रा को भी बढ़ाते हैं। यही वजह है कि यह चाय स्वाद के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है।
सेहत के नजरिए से क्यों फायदेमंद है तंदूरी चाय?
1. एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर – तंदूरी चाय में इस्तेमाल होने वाली हर्बल या ग्रीन टी को जब मिट्टी के गर्म कुल्हड़ में डाला जाता है, तो उसमें मौजूद पोषक तत्व और भी सक्रिय हो जाते हैं।
2. डिटॉक्सिफिकेशन में सहायक – मिट्टी से बना कुल्हड़ शरीर को विषैले तत्वों से बाहर निकालने में मदद कर सकता है।
3. पाचन को बेहतर बनाती है – गरम कुल्हड़ में तैयार चाय पाचन तंत्र पर सकारात्मक असर डालती है।
4. तनाव कम करती है – इसकी सुगंध और स्मोकी फ्लेवर दिमाग को आराम देने वाला होता है, जो थकान दूर करता है।
कैसे बनाएं असली तंदूरी चाय? जानिए आसान तरीका
तंदूरी चाय बनाने के लिए आपको चाहिए:
• मिट्टी का कुल्हड़ (2-3)
• दूध (1 कप)
• पानी (1/2 कप)
• चायपत्ती (1-2 चम्मच)
• चीनी (स्वादानुसार)
• अदरक, इलायची (वैकल्पिक)
• तंदूर या गैस चूल्हे पर गरम करने के लिए चिमटा
बनाने की विधि
1. सबसे पहले मिट्टी के कुल्हड़ को तेज आंच पर तंदूर या गैस की मदद से लाल गरम कर लें।
2. दूसरी तरफ एक बर्तन में दूध, पानी, चायपत्ती, चीनी और मसाले डालकर सामान्य चाय की तरह उबालें।
3. अब इस उबली चाय को धीरे-धीरे गरम कुल्हड़ में डालें।
4. जैसे ही चाय कुल्हड़ में गिरेगी, वह सिजलिंग साउंड के साथ उबलने लगेगी और एक स्मोकी फ्लेवर उसमें घुल जाएगा।
5. अब इस चाय को दूसरे कुल्हड़ में छान लें और गरमा-गरम परोसें।
तंदूरी चाय का बाजार में बढ़ता क्रेज
तंदूरी चाय अब सिर्फ स्ट्रीट स्टॉल्स तक सीमित नहीं रही। कई कैफे और रेस्तरां इसे अपने मेन्यू में शामिल कर चुके हैं। सोशल मीडिया पर भी इसके वीडियो खूब वायरल होते हैं, जिससे यह नई पीढ़ी की चहेती चाय बनती जा रही है।
तंदूरी चाय: स्वाद की चुस्की में छुपा है सेहत का राज
तंदूरी चाय न सिर्फ एक पेय है, बल्कि यह भारतीय स्वाद, संस्कृति और सेहत का प्रतीक बन चुकी है। अगर आप अब तक इसकी चुस्की नहीं ले पाए हैं, तो अगली बार मौका मिले तो इसे जरूर ट्राई करें,क्योंकि स्वाद और सेहत का ऐसा संगम हर बार नहीं मिलता।