राकांपा के विधायक जीतेंद्र आह्वाड की पत्नी ऋता आह्वाड ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की तुलना आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से कर विवाद में पड़ गई हैं। उनके इस विवादास्पद बयान पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि विपक्षी गठबंधन का आतंकवादियों के प्रति हमेशा एक नरम रुख रहा है। जीतेंद्र आह्वाड का विधानसभा क्षेत्र मुंब्रा मुस्लिम बहुल है, जहां 60 प्रतिशत से अधिक आबादी मुस्लिम समुदाय की है।
New Delhi: एनसीपी (शरद पवार गुट) के वरिष्ठ नेता जितेंद्र अवहाद की पत्नी रूटा अवहाद ने एक विवादास्पद टिप्पणी की है, जिसमें उन्होंने मारे गए आतंकवादी ओसामा बिन लादेन की तुलना वैज्ञानिक और दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम से की।
उनकी पत्नी ऋता अवहाड ने कहा कि "आप सभी को ओसामा बिन लादेन की आत्मकथा पढ़नी चाहिए। वह जन्म से आतंकवादी नहीं था। वह किस वजह से आतंकवादी बना? वह गुस्से में आकर आतंकवादी बना।" इस बयान ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बना दिया है।
ओसामा बिन लादेन की आत्मकथा पढ़नी चाहिए- ऋता
महिला कार्यकर्ताओं के एक आयोजन में बोलते हुए उनकी पत्नी ऋता आह्वाड ने कहा, "आप सभी को ओसामा बिन लादेन की आत्मकथा पढ़नी चाहिए। वह जन्म से आतंकवादी नहीं था। आखिर वह ऐसा क्यों बना? वह गुस्से के कारण आतंकवादी बना। समाज ने उसे आतंकवादी बना दिया। जिस तरह एपीजे अब्दुल कलाम शिक्षा प्राप्त कर 'कलाम साहब' बने, उसी तरह लादेन भी आतंकवादी बन गया।"
स्वयं के बयानों में घिरी ऋता
अपने बयान के बाद ऋता ने कहा है कि वह महिलाओं को शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने उन्हें ओसामा बिन लादेन और एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी पढ़ने की सलाह दी। इस कार्यक्रम में अभिनेत्री स्वरा भास्कर भी मौजूद थीं।
जीतेंद्र आह्वाड ने इशरत जहां का किया समर्थन
विधायक जीतेंद्र आह्वाड लगभग ढाई दशक पहले गुजरात में हुई एक एनकाउंटर में मारी गई लड़की इशरत जहां के पक्ष में खड़े होकर विवादों में पड़ चुके हैं। भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आज फिर से इस घटना को याद करते हुए कहा कि पहले जीतेंद्र आह्वाड ने इशरत जहां का समर्थन किया था, और अब उनकी पत्नी ओसामा बिन लादेन की आत्मकथा पढ़ने को कहा।