एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह, जो वर्तमान में वायुसेना के उप प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं, 30 सितंबर 2024 की दोपहर से भारतीय वायुसेना के नए प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे। उनके पास वायुसेना में महत्वपूर्ण अनुभव है और उनकी नियुक्ति से वायुसेना की संचालन क्षमताओं को और मजबूती मिलने की उम्मीद हैं।
इंडिया: भारतीय वायुसेना के अगले प्रमुख के रूप में एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह की नियुक्ति की गई है। वे वर्तमान में वायुसेना के उप प्रमुख हैं और 30 सितंबर 2024 की दोपहर से एयर चीफ मार्शल के पद पर कार्यभार संभालेंगे। वर्तमान वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी उसी दिन पदमुक्त होंगे। एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह ने 1 फरवरी 2023 को उप प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया था और इससे पहले वे प्रयागराज में सेंट्रल एयर कमांड के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ रह चुके हैं। उनकी वायुसेना में यात्रा 1984 में शुरू हुई थी।
अमर प्रीत सिंह ने अपने करियर के दौरान निभाई कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ
एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह ने अपने करियर के दौरान कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं। उन्होंने एक ऑपरेशनल फाइटर स्क्वाड्रन और एक फ्रंटलाइन एयर बेस की कमान संभाली है। एक परीक्षण पायलट के रूप में, उन्होंने मॉस्को में मिग-29 फाइटर अपग्रेड प्रोजेक्ट मैनेजमेंट टीम का नेतृत्व किया। इसके साथ ही, वे तेजस लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट के परियोजना निदेशक (उड़ान परीक्षण) भी रहे हैं। उनके अनुभव और नेतृत्व कौशल उन्हें भारतीय वायुसेना के प्रमुख बनने के लिए एक उपयुक्त उम्मीदवार बनाते हैं।
एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह का जीवन परिचय
* जन्म: एयर मार्शल अमर प्रीत सिंह का जन्म भारतीय उपमहाद्वीप में हुआ था, लेकिन उनके जन्म तिथि की जानकारी सार्वजनिक नहीं है।
* शिक्षा: उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भारतीय स्कूलों से प्राप्त की और फिर वायुसेना में शामिल होने के लिए प्रशिक्षण लिया।
* भारतीय वायुसेना में शामिल होने का वर्ष: 1984 में उन्होंने भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त किया।
* पद: वे वर्तमान में वायुसेना के उप प्रमुख हैं और 30 सितंबर 2024 को वायुसेना प्रमुख का कार्यभार संभालेंगे।
* अनुभव: उन्होंने एक ऑपरेशनल फाइटर स्क्वाड्रन और एक फ्रंटलाइन एयर बेस की कमान संभाली। वे एक परीक्षण पायलट रहे हैं और मॉस्को में मिग-29 फाइटर अपग्रेड प्रोजेक्ट की प्रबंधन टीम का नेतृत्व किया। स्वदेशी तेजस लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट के परियोजना निदेशक (उड़ान परीक्षण) के रूप में भी कार्य किया।