भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एक मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। बीजेपी ने राजधानी दिल्ली की सभी 70 सीटों पर अपनी रणनीति को पुख्ता कर लिया है। इसके साथ ही, बीजेपी ने अपने प्रकोष्ठ की संख्या 27 से बढ़ाकर 37 कर दी है। आइए जानते हैं कि बीजेपी ने सभी विधानसभा सीटों पर अपनी रणनीति क्या बनाई है और पूरा योजनाबद्ध क्या है।
Assembly Elections: दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। झुग्गियों और अनुसूचित जाति के बीच जनसंपर्क के अभियान की शुरुआत करते हुए सभी 70 विधानसभा सीटों पर विस्तारकों की तैनाती कर दी गई है। इस दिशा में विभिन्न सामाजिक, आर्थिक वर्गों और पेशेवर लोगों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है, ताकि उन्हें पार्टी से जोड़ दिया जाए।
इसके लिए एक रणनीति तैयार की जा रही है। इस काम की जिम्मेदारी पार्टी के मोर्चों और प्रकोष्ठों पर होगी। लोकसभा चुनाव में भी प्रकोष्ठों की भूमिका महत्वपूर्ण रही थी। बैठकें, सम्मेलन और अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से पार्टी उन वर्गों तक अपनी बात पहुंचाने में सफल रही थी।
प्रकोष्ठों की संख्या में हुई वृद्धि
पहले दिल्ली भाजपा में व्यापार, सीए, डॉक्टर, सिख, दक्षिण भारतीय सहित कुल 27 प्रकोष्ठ थे। अब इनकी संख्या में वृद्धि कर दी गई है और इसे 37 किया गया है। आने वाले दिनों में आवश्यकता के अनुसार तीन-चार और प्रकोष्ठ भी बनाए जा सकते हैं।
विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रकोष्ठों में बदलाव भी किया जा रहा है। प्रदेश स्तर पर प्रत्येक प्रकोष्ठ की 11 सदस्यीय कार्यकारिणी का गठन कर दिया गया है। इस महीने सभी जिलों में प्रकोष्ठ की नई कार्यकारिणी बनाने का लक्ष्य रखा गया है। आवश्यकता के अनुसार कुछ मंडलों में भी प्रकोष्ठ की टीम तैयार की जाएगी।
चुनावी रणनीति के लिए आयोजित की बैठक
हाल ही में विधानसभा चुनाव के लिए विभिन्न प्रकोष्ठों की रणनीति बनाने हेतु एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, संगठन महामंत्री पवन राणा, और प्रकोष्ठों के प्रभारी अशोक ठाकुर ने संबंधित पदाधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। सभी प्रकोष्ठ प्रभारियों और संयोजकों को चुनाव को ध्यान में रखते हुए एक कार्य योजना बनाने के लिए कहा गया है।
चुनावों के लिए होंगे सम्मेलन आयोजित
भाजपा नेताओं ने जानकारी दी कि आगामी दिनों में विभिन्न वर्गों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन का उद्देश्य उनकी समस्याओं को प्रभावी तरीके से उठाना है, साथ ही विभिन्न मुद्दों पर कार्यकर्ता सड़क पर भी उतरेंगे। हाल ही में सिखों के संदर्भ में राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान के विरोध में सिख प्रकोष्ठ ने प्रदर्शन किया था। इसके अलावा, कुछ समय पहले कोलकाता में एक महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ सीए प्रकोष्ठ ने भी प्रदर्शन किया था।