जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान शुरू हो चुका है। इस चरण में 26 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, जिनमें 25 लाख से अधिक मतदाता 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। यह चुनाव जम्मू-कश्मीर के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य में लंबे समय से विधानसभा चुनाव नहीं हुए हैं।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदान जोरों पर है, जिसमें 26 सीटों के लिए 239 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। इस चरण में कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों की भागीदारी ने मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है। नेकां (नेशनल कॉन्फ्रेंस) के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा, और भाजपा जम्मू-कश्मीर प्रमुख रविंदर रैना जैसे दिग्गज उम्मीदवार इस चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
दूसरे चरण के लिए 3502 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, और जम्मू संभाग तथा कश्मीर घाटी के कुल छह जिलों में मतदान हो रहा है। लगभग 25 लाख मतदाता इस चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं, जो उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला करेगा। चुनाव में शांति बनाए रखने और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, जिससे मतदाता निर्भय होकर मतदान में भाग ले सकें।
मतदान को लेकर लोगों में उत्साह
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में लोकतंत्र का जश्न उत्साह से मनाया जा रहा है। राजौरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार इफ्तकार अहमद ने इसे लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार बताते हुए कहा कि 10 साल बाद लोग वोट डाल रहे हैं, और मतदान केंद्रों पर भारी उत्साह देखा जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे बड़ी संख्या में मतदान करें ताकि एक बेहतर सरकार का गठन हो सके। रियासी के एक मतदान केंद्र पर 102 वर्षीय हागी करम दीन भट्ट ने भी अपना वोट डाला। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए, ताकि देश में एक अच्छी सरकार बने, जो शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में सुधार ला सके।
जम्मू-कश्मीर के चुनावों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भी नजर है। संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ, रूस, और ऑस्ट्रेलिया सहित 16 विदेशी मिशनों के राजनयिकों का एक समूह आज श्रीनगर पहुंचा है। यह समूह चुनाव प्रक्रिया का निरीक्षण करेगा, जिसमें विदेश मंत्रालय के चार प्रतिनिधि भी शामिल हैं। उनकी मौजूदगी से यह चुनाव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विशेष ध्यान आकर्षित कर रहा हैं।