Mahakumbh 2025: 5 फरवरी को पीएम मोदी का आध्यात्मिक दौरा, महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने जाएंगे संगम

Mahakumbh 2025: 5 फरवरी को पीएम मोदी का आध्यात्मिक दौरा, महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने जाएंगे संगम
अंतिम अपडेट: 5 घंटा पहले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को माघ मास की अष्टमी तिथि पर संगम में स्नान करेंगे। इसके बाद गंगा पूजन कर देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। उनका कार्यक्रम लगभग एक घंटे का होगा।

Mahakumbh 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 फरवरी को प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होंगे, जहां वह संगम में पवित्र स्नान करेंगे। इस दौरान वह गंगा पूजन भी करेंगे और देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।

पीएम मोदी का संगम स्नान और गंगा पूजन

बुधवार को माघ मास की अष्टमी तिथि पर पुण्य काल में प्रधानमंत्री मोदी त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे। स्नान के बाद वह संगम तट पर गंगा की पूजा और आरती करेंगे। प्रधानमंत्री सुबह 10 बजे प्रयागराज पहुंचेंगे और अरैल घाट से बोट के जरिए संगम जाएंगे। उनका महाकुंभ में कुल प्रवास लगभग एक घंटे का होगा।

पीएम मोदी का विस्तृत कार्यक्रम

प्रधानमंत्री का महाकुंभ दौरा इस प्रकार रहेगा:

सुबह 10 बजे: पीएम मोदी विशेष वायुयान से बमरौली एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
हेलीकॉप्टर से अरैल आगमन: सेना के तीन हेलीकॉप्टरों से अरैल स्थित डीपीएस मैदान के हेलीपैड पर उतरेंगे।
संगम यात्रा: अरैल से कार द्वारा वीआईपी जेटी पहुंचेंगे और फिर निषादराज क्रूज से संगम स्नान के लिए रवाना होंगे।
गंगा पूजन और संतों से भेंट: स्नान के बाद वह संगम तट पर गंगा की आरती करेंगे और अखाड़ों, आचार्यवाड़ा, दंडीवाड़ा व खाकचौक के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे।
वापसी: लगभग एक घंटे बाद पीएम मोदी प्रयागराज से लौट जाएंगे।

पीएम मोदी का कुंभ से पुराना नाता

प्रधानमंत्री मोदी महाकुंभ के पहले भी संगम तट पर पूजा-अर्चना कर चुके हैं। 13 दिसंबर 2024 को उन्होंने गंगा आरती कर इस महापर्व के सफल आयोजन की मंगलकामना की थी। वर्ष 2019 के कुंभ में भी उन्होंने शिरकत की थी।

2019 में पीएम मोदी ने स्वच्छता कर्मियों के पखारे थे पांव

कुंभ 2019 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता कर्मियों के पांव पखारकर सामाजिक समरसता का अद्भुत संदेश दिया था। इस सम्मान को पाकर सफाई कर्मियों की आंखें नम हो गई थीं। पीएम मोदी ने इसे अपने जीवन का सबसे अविस्मरणीय क्षण बताया था।

Leave a comment