हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने अंबाला के डीसी पार्थ गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, प्रशासन ने उन्हें जान से मारने की कोशिश की है। विज ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से अनुमति लेकर जनसभा आयोजित की थी, फिर भी गरनाला और शाहपुर में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ। विज का कहना है कि उन्हें विश्वास है कि उनके खिलाफ जानलेवा साजिश की गई थी।
New Delhi: हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने डीसी पार्थ गुप्ता को कड़ी चेतावनी दी और कहा कि प्रशासन उन्हें खत्म करने की योजना बना रहा था। विधानसभा चुनाव के दौरान गरनाला और शाहपुर में चुनाव आयोग से अनुमति प्राप्त की गई थी, और इन स्थानों पर होने वाले विरोध प्रदर्शन की जानकारी प्रशासन को पहले से ही दे दी गई थी।
कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल अनिल विज ने एसपी और डीसी को संदेश भेजकर सूचित किया कि वे एक जनसभा करने वाले हैं। इसके बावजूद, दोनों स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुआ। गरनाला में विज के समर्थक और दूसरी पार्टी के समर्थक आमने-सामने आ गए।
हालांकि, विज के समर्थक अधिक संख्या में थे और उन्होंने सभी को वहाँ से खदेड़ दिया। इसी प्रकार, शाहपुर में भी ऐसी एक घटना हुई। इस घटनाक्रम को लेकर विज ने पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और डीसी से पूछा कि इस मामले में क्या कार्रवाई की गई है।
विज ने डीसी से प्रश्न किया
जब चुनाव आयोग से अनुमति लेकर जनसभा आयोजित की जा रही है, तो इस बात की जिम्मेदारी किसकी बनती है कि उनकी जनसभा में कोई विघ्न न डाले। दोनों स्थानों पर विज ने संयम बरता, वरना समर्थक भड़क सकते थे और बड़ी घटना घटित हो सकती थी। विज ने कहा कि उन्हें लगता है कि उनके खिलाफ एक साजिश रची गई थी ताकि वह छावनी में छह बार चुनाव जीतने के बाद इस बार हार जाएं।
अनिल विज ने डीसी से पूछा, बताओ, दोनों जगह प्रशासन की ओर से क्या कार्रवाई की गई?क्या मामला दर्ज हुआ, गिरफ्तारी हुई?विरोध करने वाले कौन लोग थे और क्यों कर रहे थे?जब प्रशासन को पहले से पुख्ता जानकारी दी गई थी कि हम जनसभा करने जा रहे हैं, तो फिर पहले से पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए गए?"
सारे स्क्रीनशॉट मेरे पास हैं: विज
अनिल विज ने डीसी से कहा कि उन्होंने जिन-जिन जनसभाओं का आयोजन किया है, उनकी सभी अनुमति प्राप्त की थी। गरनाला में जाने से पहले उन्होंने डीसी, एसपी और निर्वाचन अधिकारी को वॉट्सऐप पर सूचित कर दिया था। जानकारी मिलने के बाद प्रशासन को पुख्ता इंतजाम करने चाहिए थे, लेकिन प्रशासन ने उनके लिए साजिश रची। अनिल विज ने कहा कि यदि वह संयम न रखते और उनके समर्थक उग्र हो जाते, तो एक बड़ा दंगा हो सकता था, जिसमें किसी की जान भी जा सकती थी।