उत्तर प्रदेश में अप्रैल का महीना के अंत में पारा भी ऊपर चढ़ गया है। सूरज की बढ़ती तपिश ने लोगों का पसीना पसीना छुड़ा दिया। हालांकि मौसम विभाग ने गुरुवार (25 अप्रेल) आज कुछ राहत मिलने की उम्मीद जारी की हैं।
लखनऊ: देश के सभी हिस्सों में अप्रैल के महीने में गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए है. सूरज की तपिश ने लोगों की हालत खराब कर दी है। जैसे-जैसे अप्रैल का महीना बीत रहा है वैसे ही उत्तर प्रदेश का तापमान भी बढ़ गया है। एक तरह लोकसभा चुनाव की गर्मी है, वहीं दूसरी ओर गर्मी के कारण लोगों का हाल बेहाल हो रहा हैं। सूरज ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया हैं।
प्रदेश में गर्मी ने छुटाया पसीना
मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार Subkuz.com ने बताया कि प्रदेश में आगरा बुधवार (25 अप्रेल) को तीसरा सबसे गर्म शहर रहा है। यहां पर सुबह से शाम तक सूरज की तपन ज्यादा थी। धूप इतनी ज्यादा तेज थी की बाहर निकलने पर लोगों की त्वचा झुलस गई। मौसम विभाग ने बताया कि गर्मी से अभी राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं हैं. प्रदेश में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है, लेकिन अधिकतम तापमान यथावत रहने का अनुमान हैं।
जानकारी के मुताबिक दिन चढ़ने के साथ-साथ सूरज ने भी तेवर दिखाने शुरू कर दिए। गर्मी इतनी ज्यादा थी कि लोग ज्यादा जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले। मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए कुछ बादल छाए रहने का पूर्वानुमान आरी किया है, जिसके असर से न्यूनतम तापमान में थोड़ी वृद्धि होगी। इसके बाद शुक्रवार को गरज के साथ बौछार पड़ने की संभावना हैं।
बनारस में गर्मी के तीखे तेवर
प्रदेश में चलती लू के थपेड़े लोगों के शरीर को झुलसा रहे हैं। मौसम विभाग ने बताया कि अगले तीन-चार दिनों तक हीट वेव से लोगों की मुश्किल और बाद जाएगी। बुधवार (24 स्प्रेल) को प्रदेश का तीसरा सबसे गर्म शहर बनारस को आंका गया। यहां पर अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री दर्ज किया गया।
जानकारी के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में पारा 43 से 45 डिग्री के पार पहुंचने का अंदेशा है, इसके लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट भी जारी किया है। प्रयागराज में तापमान 42.3 डिग्री आंका गया। बीएचयू के जीओ फिजिक्स के पूर्व प्रोफेसर और मौसम विज्ञानी सुरेन्द्र कुमार पांडेय ने बताया कि तापमान लगातार बढ़ेगा, जिससे लोगों की मुश्किल भी अधिक होगी। उत्तरी-पश्चिमी हवा (पछुआ हवा) की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास चलने के कारण आने वाले कुछ दिनों में बारिश की कोई संभावना नहीं हैं।