इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) वनडे क्रिकेट में एक बड़े नियम में बदलाव करने पर विचार कर रही है। वर्तमान में वनडे मैचों में दो नई गेंदों का इस्तेमाल होता है, लेकिन अब एक नई गेंद के इस्तेमाल का प्रस्ताव सामने आ सकता है।
स्पोर्ट्स न्यूज़: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) एक बार फिर वनडे क्रिकेट के नियमों में बड़ा फेरबदल करने की तैयारी में है। सूत्रों की मानें तो मौजूदा दो नई गेंदों के नियम को हटाकर केवल एक गेंद के उपयोग का प्रस्ताव पेश किया गया है, जिससे गेंदबाजों को खेल में ज्यादा भूमिका और संतुलन मिल सके। यह बदलाव क्रिकेट की तकनीकी समिति की सिफारिश पर आधारित है, जिसकी अगुवाई पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली कर रहे हैं।
क्या है प्रस्तावित बदलाव?
वर्तमान में वनडे मैच में दोनों सिरों से 25-25 ओवर के लिए दो नई गेंदों का उपयोग होता है, जिससे गेंद पुरानी नहीं होती और गेंदबाजों को स्विंग और रिवर्स स्विंग की सुविधा कम मिलती है। नए प्रस्ताव के तहत पहले 25 ओवर तक दो गेंदों का प्रयोग जारी रहेगा, लेकिन उसके बाद पारी के बाकी ओवरों के लिए सिर्फ एक गेंद का ही इस्तेमाल होगा। गेंदबाजी टीम को यह तय करने का विकल्प दिया जाएगा कि वे किस गेंद से आगे के ओवर फेंकना चाहेंगे।
गेंदबाजों के लिए बड़ी राहत
यह प्रस्ताव इस विचार पर आधारित है कि सफेद गेंद पुराने होने पर रिवर्स स्विंग करने लगती है, जिससे गेंदबाजों को मदद मिलती है। दो नई गेंदों के नियम ने यह सुविधा छीन ली थी, जिससे टीमें 300-350 रन आसानी से बना लेती थीं। क्रिकेट दिग्गज सचिन तेंदुलकर समेत कई पूर्व खिलाड़ी इस नियम की आलोचना पहले ही कर चुके हैं। अब यह बदलाव गेंदबाजों को मैच में दोबारा निर्णायक भूमिका निभाने का अवसर देगा।
कब और कहां होगा फैसला?
इस नियम पर अंतिम निर्णय जिम्बाब्वे में होने वाली आगामी आईसीसी बैठक में लिया जा सकता है। वहां इस प्रस्ताव पर गहन चर्चा की जाएगी और यदि सहमति बनती है तो इसे अगली वनडे सीरीज या बड़े टूर्नामेंट से लागू किया जा सकता है। वनडे और टी20 में ओवर के बीच समय सीमा तय करने के बाद, ICC अब टेस्ट मैचों में भी '60 सेकेंड क्लॉक' लागू करने पर विचार कर रही है।
इसका उद्देश्य दिन भर में 90 ओवर का कोटा सुनिश्चित करना है। अगर यह नियम लागू होता है, तो धीमी ओवर गति वाली टीमों पर अंक या जुर्माने की सजा भी तय की जा सकती है।