आंध्र प्रदेश के कोनासीमा जिले में पटाखा फैक्ट्री में भीषण आग और विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल। PM मोदी और CM नायडू ने शोक व्यक्त किया और राहत कार्यों का निर्देश दिया।
कोनासीमा: आंध्र प्रदेश के डॉ. बीआर आंबेडकर कोनासीमा जिले में बुधवार को एक पटाखा निर्माण फैक्ट्री में भीषण आग लगने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना दोपहर करीब 1 बजे श्री गणपति ग्रैंड फायर वर्क्स फैक्ट्री में हुई।
फैक्ट्री में रासायनिक सामग्री भरते समय उत्पन्न चिंगारी के कारण कई विस्फोट हुए और देखते ही देखते पटाखों के भंडार में आग फैल गई। विस्फोटों के चलते पूरे इलाके में धुएं का घना गुबार फैल गया और आसपास के लोग दहशत में आ गए।
सुरक्षा नोटिस के बाद भी फैक्ट्री में काम जारी
पुलिस अधीक्षक राहुल मीणा ने बताया कि फैक्ट्री लाइसेंसी थी, लेकिन सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। एसडीपीओ बी रघुवीर ने कहा कि फैक्ट्री को पिछले 15 दिन में दो बार चेतावनी दी गई थी और राजस्व विभाग के नोटिस भी जारी किए गए थे।
चेतावनी के बावजूद फैक्ट्री में काम जारी रहा, जिसके कारण यह बड़ा हादसा हुआ। स्थानीय लोगों के प्रयासों से आग पर काबू पाया गया, लेकिन इसके बावजूद कर्मचारियों की मौत और गंभीर चोटें हुईं।
पीएम मोदी और CM नायडू ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। पीएमओ ने X पर पोस्ट कर घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने अधिकारियों को तुरंत दुर्घटनास्थल का दौरा कर बचाव कार्यों की निगरानी करने का निर्देश दिया। उन्होंने मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
नेताओं ने फैक्ट्री हादसे पर शोक जताया
विपक्षी नेता और वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने भी घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि घायलों और मृतकों के परिवारों को तुरंत राहत प्रदान की जाए। स्थानीय पुलिस ने घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और फैक्ट्री मालिक और कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि आग पटाखों में रासायनिक सामग्री भरते समय उत्पन्न चिंगारी के कारण लगी। फैक्ट्री को पहले भी सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करने पर चेतावनी दी गई थी। पुलिस और राजस्व विभाग की टीम अब फैक्ट्री के लाइसेंस और सुरक्षा मानकों की पूरी जांच कर रही है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।