आगरा में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बबलू उर्फ टाइगर उर्फ जितेंद्र नामक डकैत को गिरफ्तार किया है, जिस पर सरकार ने ₹50,000 का इनाम घोषित किया था। पुलिस अधिकारी बताते हैं कि बबलू कई वर्षों से चोरी, डकैती, अपहरण और लूट की वारदातों में शामिल था। उसे पकड़ते समय उसके पास एक तलवार मिली है। आरोप है कि वह एक दूध व्यापारी को अभिप्रायित कर अपहरण करने की तैयारी कर रहा था — इसी दौरान पुलिस ने उसे दबोच लिया।
रिपोर्ट के अनुसार, इस गिरोह का मुखिया निर्भय गुर्जर पहले ही पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया था। बबलू का नाम पहली बार 2002 में पिढौरा थाने में दर्ज अपराधियों की सूची में शामिल हुआ था।
पुलिस अब अन्य सहयोगियों और वारदातों की जांच में जुटी है।
वह अपहरण, चोरी, लूट और डकैती जैसी वारदातों में शामिल था। आरोपी के पास से एक तमंचा बरामद हुआ है। डीसीपी पूर्वी, सैय्यद अली अब्बास ने बताया कि बबलू एक दूध व्यापारी का अपहरण करने के इरादे से वहां
आया था, इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया। इस गिरफ्तारी में यह दिलचस्प तथ्य है कि गैंग का मुखिया “निर्भय गुर्जर” पहले पुलिस के साथ मुठभेड़ (encounter) में मारा गया था। अभियोगों की शुरुआत वर्ष 2002 में
हुई—उस समय पिढ़ौरा थाने में उसका नाम दर्ज है।