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World Food India 2025: 26 कंपनियों ने भारत में किए ₹1.02 लाख करोड़ निवेश, जानिए पूरी डिटेल

World Food India 2025: 26 कंपनियों ने भारत में किए ₹1.02 लाख करोड़ निवेश, जानिए पूरी डिटेल

वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 समिट में भारत को 26 कंपनियों से 1.02 लाख करोड़ रुपये का निवेश मिला। रिलायंस, कोका-कोला, अमूल, नेस्ले और टाटा जैसी कंपनियों ने समझौते किए। इस निवेश से फूड प्रोसेसिंग उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और 64,000 लोगों को सीधे, तथा 10 लाख से अधिक को अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर मिलेंगे।

World Food India 2025 Summit: नई दिल्ली में 25 से 28 सितंबर तक आयोजित वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 समिट में फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में भारत को रिकॉर्ड निवेश मिला। इस चार दिन के आयोजन में 26 बड़ी कंपनियों ने कुल 1,02,046.89 करोड़ रुपये के निवेश पर समझौते किए। प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया, जबकि केंद्रीय फूड प्रोसेसिंग मंत्री चिराग पासवान ने निवेश के महत्व पर जोर दिया। समझौते डेयरी, पैकेज्ड फूड, पेय पदार्थ, मसाले, रेडी-टू-ईट और मांस उद्योग सहित कई क्षेत्रों में होंगे, जिससे स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार सृजन होगा।

प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने किया उद्घाटन

समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया। पहले ही दिन केंद्रीय फूड प्रोसेसिंग मंत्री चिराग पासवान ने बताया था कि इस आयोजन में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के समझौते होने की संभावना है। उनकी बात सच साबित हुई और निवेशकों ने बड़े पैमाने पर भरोसा दिखाया। मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, इन निवेशों से 64,000 लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, लगभग 10 लाख लोग अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्राप्त करेंगे।

बड़ी कंपनियों ने किया भरोसा

समझौते करने वाली प्रमुख कंपनियों में रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, कोका-कोला सिस्टम इन इंडिया, अमूल, लुलु ग्रुप की फेयर एक्सपोर्ट्स, नेस्ले इंडिया, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स और कार्ल्सबर्ग इंडिया शामिल हैं। इसके अलावा बीएल एग्रो इंडस्ट्रीज, पतंजलि फूड्स, ग्लोबल बीकॉर्प, डाबर इंडिया, हल्दीराम स्नैक्स, ओलम फूड और एबी इनबेव जैसी कंपनियों ने भी निवेश के लिए समझौते किए।

निवेश के क्षेत्र

यह निवेश विभिन्न क्षेत्रों में किया जाएगा, जिनमें डेयरी, मांस और पोल्ट्री, पैकेज्ड फूड, पेय पदार्थ, मसाले, मिठाइयां, खाद्य तेल, फल-सब्जियां और रेडी-टू-ईट प्रोडक्ट्स शामिल हैं। रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स ने सबसे बड़ा निवेश 40,000 करोड़ रुपये का किया है। यह कंपनी देशभर में एकीकृत खाद्य विनिर्माण इकाइयां स्थापित करेगी। वहीं, कोका-कोला की तीन बॉटलिंग कंपनियों ने मिलकर 25,760 करोड़ रुपये (लगभग 2.96 अरब डॉलर) के निवेश की घोषणा की। यह निवेश नए और मौजूदा प्रोजेक्ट्स में किया जाएगा।

राज्यों को मिलेगा व्यापक लाभ

इन निवेशों का लाभ देश के कई राज्यों में फैलेगा। गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, असम, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर क्षेत्र इस निवेश से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित होंगे। इससे इन राज्यों में फूड प्रोसेसिंग उद्योग मजबूत होगा और स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

इनवेस्ट इंडिया की भूमिका

समझौतों को अंतिम रूप देने में इनवेस्ट इंडिया ने केंद्रीय फूड प्रोसेसिंग मंत्रालय के साथ मिलकर अहम भूमिका निभाई। समिट ने न केवल निवेश को आकर्षित किया, बल्कि भारत को फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर भरोसेमंद गंतव्य के रूप में स्थापित किया। इस आयोजन ने टिकाऊ विकास, नवाचार और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की मजबूत नींव रखी।

केंद्रीय मंत्रालय ने कहा कि वह इनवेस्ट इंडिया के साथ मिलकर इन निवेशों को लागू करने के लिए उद्योगों के साथ काम करता रहेगा। इन समझौतों के लागू होने से न सिर्फ फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि इसका प्रभाव पूरे खाद्य आपूर्ति श्रृंखला और आर्थिक विकास पर भी पड़ेगा।

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