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अमेरिका की सख्ती के बीच सोने में आई तेजी: तीन हफ्तों में टॉप पर पहुंचा रेट, जानें आज की ताज़ा कीमतें

अमेरिका की सख्ती के बीच सोने में आई तेजी: तीन हफ्तों में टॉप पर पहुंचा रेट, जानें आज की ताज़ा कीमतें

सोमवार को सोने की कीमतों में अचानक तेज़ी देखी गई जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ और मेक्सिको से आयात पर भारी टैरिफ लगाने की धमकी दी। इस ऐलान के बाद वैश्विक बाजारों में चिंता का माहौल बन गया और निवेशकों ने सेफ हेवेन यानी सुरक्षित संपत्ति की ओर रुख किया। इसी के चलते सोने की कीमतें तीन हफ्तों के उच्चतम स्तर तक पहुंच गईं।

स्पॉट और फ्यूचर्स गोल्ड में आई तेजी

14 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 0.2 प्रतिशत बढ़कर 3,361.19 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। यह 23 जून के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है। वहीं, अमेरिका के कमोडिटी एक्सचेंज COMEX पर गोल्ड का अगस्त वायदा 0.23 प्रतिशत की तेजी के साथ 3,371.80 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था।

इसी के साथ चांदी की कीमत में भी हल्का उछाल आया और यह 0.56 प्रतिशत चढ़कर 39.175 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।

MCX पर भी दिखा असर

भारतीय मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी MCX पर भी इसका असर देखा गया। यहां अगस्त डिलीवरी के लिए गोल्ड की कीमत बीते सप्ताह 842 रुपये या 0.86 प्रतिशत चढ़कर बंद हुई थी। ट्रेडर्स और निवेशकों के बीच अमेरिकी फैसलों को लेकर असमंजस का माहौल है और यही कारण है कि सोने की मांग में बढ़ोतरी हो रही है।

अभी और चढ़ सकता है सोना

OANDA के सीनियर मार्केट एनालिस्ट केल्विन वॉन्ग ने बताया कि अमेरिका की व्यापार नीति में आने वाली सख्ती से बाजार में अनिश्चितता का माहौल बन गया है। इसी कारण सोने की तरफ रुझान बढ़ रहा है।

वॉन्ग के मुताबिक, अगर गोल्ड की कीमत प्रतिदिन के हिसाब से 3,360 डॉलर के ऊपर बनी रहती है, तो यह आगे 3,435 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है।

डॉलर इंडेक्स और महंगाई आंकड़ों पर नजर

इस समय अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में कमजोरी देखी जा रही है, जिससे सोने को और सहारा मिल रहा है। साथ ही, निवेशकों की नजर अब जून महीने के महंगाई आंकड़ों पर टिकी है जो मंगलवार को जारी होने हैं। इन आंकड़ों से यह संकेत मिलने की उम्मीद है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व आगे ब्याज दरों में क्या बदलाव करेगा।

वर्तमान अनुमान यह है कि दिसंबर तक फेड लगभग 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर सकता है। ऐसे में ब्याज दरों में नरमी से सोने की कीमतों को फायदा मिल सकता है, क्योंकि लो इंटरेस्ट रेट का माहौल सोने के लिए फायदेमंद रहता है।

गोल्ड ETF में हल्की गिरावट

दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड-बेस्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड SPDR Gold Trust ने अपनी होल्डिंग में थोड़ी कमी दर्ज की है। शुक्रवार को इसकी होल्डिंग 0.12 प्रतिशत घटकर 947.64 मीट्रिक टन रही, जो एक दिन पहले 948.80 मीट्रिक टन थी।

हालांकि यह गिरावट मामूली है, लेकिन इससे संकेत मिलता है कि कुछ निवेशकों ने मुनाफा बुक किया है। फिर भी, बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए आने वाले समय में निवेशक फिर से सोने की ओर लौट सकते हैं।

व्यापार तनाव और निवेशक धारणा 

अमेरिका की तरफ से आयात पर भारी टैरिफ लगाने की धमकी ने वैश्विक स्तर पर व्यापार तनाव को फिर से बढ़ा दिया है। इससे निवेशकों में चिंता का माहौल बना है, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक इकॉनमी धीमी पड़ने के संकेत पहले से ही मिल रहे हैं।

ट्रंप के बयान के बाद निवेशकों की मनोस्थिति में बदलाव देखा गया और उन्होंने शेयर जैसे जोखिम वाले विकल्पों की बजाय सोने को प्राथमिकता दी। इसका सीधा असर गोल्ड के दामों पर दिखा।

भारत में गोल्ड की घरेलू कीमतें भी होंगी प्रभावित

वैश्विक मार्केट में जो हलचल है, उसका असर भारत के सोने के रेट पर भी दिख सकता है। घरेलू बाजार में गोल्ड की कीमतों में अब धीरे-धीरे फिर से तेजी आने के संकेत हैं। त्योहार और शादी के सीजन से पहले सोने के रेट में यह बढ़ोतरी ग्राहकों के लिए चिंता का कारण बन सकती है।

हालांकि अभी देशभर में सोने की मांग स्थिर बनी हुई है, लेकिन जैसे ही बाजार को ब्याज दरों और महंगाई के आंकड़ों को लेकर कुछ और स्पष्टता मिलेगी, घरेलू रेट्स में और हलचल देखी जा सकती है।

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