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पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज नहीं हुआ कोई बदलाव, जानिए आपके शहर का ताजा भाव

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आज नहीं हुआ कोई बदलाव, जानिए आपके शहर का ताजा भाव

देशभर में ईंधन की कीमतों में बीते कई महीनों से कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है। 14 जुलाई 2025 को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें जस की तस बनी हुई हैं। तेल विपणन कंपनियों (OMCs) ने ताज़ा रेट सुबह 6 बजे जारी किए, लेकिन ग्राहकों को राहत या झटका देने जैसा कोई बदलाव नहीं किया गया।

क्यों नहीं बदलतीं अब कीमतें जल्दी

भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम अब पूरी तरह बाजार आधारित नहीं रह गए हैं। हालांकि ये अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर होते हैं, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों के टैक्स, रुपया-डॉलर की विनिमय दर, और नीतिगत नियंत्रण भी इनकी कीमतों पर गहरा असर डालते हैं।

तेल कंपनियां हर दिन सुबह 6 बजे ईंधन की कीमतें अपडेट करती हैं। मगर कई बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं होता। इसकी वजह यह है कि सरकारें टैक्स में कटौती या मूल्य नियंत्रण के ज़रिए दरों को स्थिर बनाए रखती हैं।

शहरवार जानें 14 जुलाई के पेट्रोल-डीजल रेट

आज यानी 14 जुलाई को देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें इस प्रकार दर्ज की गई हैं

  • दिल्ली: पेट्रोल ₹94.72, डीजल ₹87.62 प्रति लीटर
  • मुंबई: पेट्रोल ₹104.21, डीजल ₹92.15 प्रति लीटर
  • कोलकाता: पेट्रोल ₹103.94, डीजल ₹90.76 प्रति लीटर
  • चेन्नई: पेट्रोल ₹100.75, डीजल ₹92.34 प्रति लीटर
  • अहमदाबाद: पेट्रोल ₹94.49, डीजल ₹90.17 प्रति लीटर
  • बेंगलुरु: पेट्रोल ₹102.92, डीजल ₹89.02 प्रति लीटर
  • हैदराबाद: पेट्रोल ₹107.46, डीजल ₹95.70 प्रति लीटर
  • जयपुर: पेट्रोल ₹104.72, डीजल ₹90.21 प्रति लीटर
  • लखनऊ: पेट्रोल ₹94.69, डीजल ₹87.80 प्रति लीटर
  • पुणे: पेट्रोल ₹104.04, डीजल ₹90.57 प्रति लीटर
  • चंडीगढ़: पेट्रोल ₹94.30, डीजल ₹82.45 प्रति लीटर
  • इंदौर: पेट्रोल ₹106.48, डीजल ₹91.88 प्रति लीटर
  • पटना: पेट्रोल ₹105.58, डीजल ₹93.80 प्रति लीटर
  • सूरत: पेट्रोल ₹95.00, डीजल ₹89.00 प्रति लीटर
  • नासिक: पेट्रोल ₹95.50, डीजल ₹89.50 प्रति लीटर

इन दरों में राज्यवार अंतर का कारण टैक्स स्ट्रक्चर है। हर राज्य पेट्रोल-डीजल पर अलग-अलग टैक्स लगाता है, जिससे कीमतें भिन्न होती हैं।

तेल की कीमतों पर असर डालने वाले बड़े फैक्टर

देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को प्रभावित करने वाले कई कारण होते हैं। इनमें प्रमुख रूप से ये कारक शामिल हैं:

कच्चे तेल की वैश्विक कीमतें

पेट्रोल और डीजल का मूल आधार कच्चा तेल होता है। अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड या डब्ल्यूटीआई के दाम ऊपर-नीचे होते हैं, तो भारत में कीमतों पर उसका असर कुछ ही दिनों में दिखने लगता है।

मांग और आपूर्ति का संतुलन

कई बार त्योहार, छुट्टियों या खेती के सीजन में डीजल की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतों में हलचल देखी जाती है। इसी तरह अगर आपूर्ति में कमी आती है तो दाम ऊपर जा सकते हैं।

डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति

भारत अपनी ज़रूरत का लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा कच्चा तेल आयात करता है। ऐसे में डॉलर की कीमत बढ़ने पर आयात महंगा हो जाता है और इसका सीधा असर खुदरा पेट्रोल-डीजल पर पड़ता है।

टैक्स का बोझ

पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारें वैट लगाती हैं। किसी राज्य में अगर वैट ज्यादा है, तो वहां पेट्रोल का भाव अपने आप बढ़ जाता है। उदाहरण के तौर पर, हैदराबाद और मुंबई में टैक्स अधिक होने के कारण वहां पेट्रोल अन्य शहरों की तुलना में महंगा मिलता है।

रिफाइनिंग और डिस्ट्रीब्यूशन का खर्च

कच्चे तेल को रिफाइन कर पेट्रोल-डीजल बनाने में लागत आती है। इसमें रिफाइनरी की क्षमता, ट्रांसपोर्टेशन का खर्च और भंडारण जैसे कई पहलू जुड़ते हैं। ये सभी तत्व अंतिम कीमत को प्रभावित करते हैं।

तेल कंपनियां कैसे तय करती हैं रेट

देश की तीन प्रमुख सरकारी तेल कंपनियां – इंडियन ऑयल (IOC), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) – हर सुबह 6 बजे ईंधन की कीमतें अपडेट करती हैं। ये कंपनियां अंतरराष्ट्रीय कीमतों, रुपये की स्थिति, टैक्स और रिफाइनिंग कॉस्ट के आधार पर दरें तय करती हैं।

हालांकि, बाजार की वास्तविकता और सरकार की मंशा के बीच तालमेल बैठाना भी इन कंपनियों की एक अहम जिम्मेदारी बन गई है।

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