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अमेरिका की यूनिवर्सिटी तक पहुंचना आसान, मगर लिविंग कॉस्ट जानकर उड़ सकते हैं होश

अमेरिका की यूनिवर्सिटी तक पहुंचना आसान, मगर लिविंग कॉस्ट जानकर उड़ सकते हैं होश

अमेरिका में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों के लिए एजुकेशन लोन से ट्यूशन फीस तो मैनेज हो जाती है, लेकिन असली चुनौती वहां रहने और खाने के खर्च को लेकर सामने आती है। हॉस्टल, अपार्टमेंट, ट्रांसपोर्ट, हेल्थकेयर और रोजमर्रा की जरूरतों पर सालाना हजारों डॉलर खर्च होते हैं, जो अक्सर छात्रों का बजट बिगाड़ देते हैं।

अमेरिका में पढ़ाई का खर्च: भारतीय छात्रों का विदेश में पढ़ाई का सपना अक्सर अमेरिका की यूनिवर्सिटी से जुड़ा होता है, जहां वर्ल्ड-क्लास शिक्षा और बेहतर करियर अवसर मिलते हैं। हर साल बड़ी संख्या में छात्र एजुकेशन लोन लेकर वहां पहुंचते हैं, लेकिन चुनौती केवल ट्यूशन फीस तक सीमित नहीं रहती। असली बोझ रहने, खाने-पीने और अन्य खर्चों पर पड़ता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका में रहने का सालाना खर्च 9,800 से 11,100 डॉलर तक पहुंच सकता है, जबकि हेल्थकेयर, किताबें और ट्रांसपोर्ट जैसे अतिरिक्त खर्च इसे और भारी बना देते हैं।

सबसे बड़ा बोझ: रहने का खर्च

अमेरिका में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्रों को सबसे ज्यादा परेशानी रहने के खर्च को लेकर होती है। यूनिवर्सिटी हॉस्टल चुनना हो या प्राइवेट अपार्टमेंट, दोनों ही विकल्प काफी महंगे पड़ते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक छात्र का सालाना रहने का खर्च 9,800 से 11,100 डॉलर तक पहुंच जाता है। अगर न्यूयॉर्क, लॉस एंजेलिस या बॉस्टन जैसे बड़े शहरों की बात करें, तो यह खर्च और भी ज्यादा हो सकता है।

केवल बिजली का बिल ही हर महीने 100 से 150 डॉलर तक आता है। अपार्टमेंट में रहने वाले छात्रों को यह खर्च अलग से मैनेज करना पड़ता है, जिससे बजट और बढ़ जाता है।

खाने-पीने का बजट भी भारी

खाने का खर्च भी अमेरिकी जीवन का बड़ा हिस्सा है। कैंपस के अंदर रहने वाले छात्रों को हर महीने लगभग 250 डॉलर तक का खर्च करना पड़ता है। वहीं, कैंपस के बाहर रहकर पढ़ाई करने वालों को 400 से 600 डॉलर तक का खर्च झेलना पड़ सकता है। बाहर खाने की आदत होने पर यह खर्च और ज्यादा बढ़ जाता है।

इसके अलावा, फोन का रिचार्ज करीब 50 डॉलर प्रति माह और इंटरनेट का खर्च 45 से 50 डॉलर तक आता है।

किताबें और ट्रांसपोर्ट का खर्च

पढ़ाई के दौरान किताबें और स्टडी मटेरियल जरूरी होते हैं। अमेरिका में इन पर सालाना 900 से 2,000 डॉलर तक खर्च हो सकता है। वहीं, लोकल ट्रांसपोर्ट और छोटी दूरी की यात्रा पर 300 से 700 डॉलर सालाना खर्च करना पड़ता है। बड़े शहरों में रहने पर यह खर्च और बढ़ सकता है।

हेल्थकेयर और अन्य खर्च

अमेरिका में हेल्थकेयर बहुत महंगी है, इसलिए वहां पढ़ने वाले छात्रों को हेल्थ इंश्योरेंस लेना जरूरी होता है। इस पर 700 से 1,100 डॉलर तक सालाना खर्च होता है। कपड़ों पर औसतन 500 डॉलर और मनोरंजन या घूमने-फिरने पर भी अच्छी-खासी राशि खर्च करनी पड़ती है।

कई छात्र इन बढ़ते खर्चों को मैनेज करने के लिए पार्ट-टाइम जॉब भी करते हैं। अमेरिका में ऐसे अवसर आसानी से मिल जाते हैं, जिससे छात्र अपनी पढ़ाई और रहन-सहन का खर्च कुछ हद तक संभाल पाते हैं।

अमेरिका में पढ़ाई करने का सपना भले ही एजुकेशन लोन से पूरा हो सकता है, लेकिन वहां के रहने, खाने और हेल्थकेयर जैसे खर्च भारतीय छात्रों के लिए बड़ी चुनौती बन जाते हैं। सही बजट प्लानिंग और पार्ट-टाइम जॉब के जरिए ही इन खर्चों को मैनेज किया जा सकता है।

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