बिहार के जयनगर से साफ मौसम के कारण माउंट एवरेस्ट और हिमालय की बर्फीली चोटियों का दुर्लभ दृश्य देखने को मिला। इस असाधारण नज़ारे की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिससे स्थानीय लोग रोमांचित हुए।
जयनगर: बिहार के जयनगर से हाल ही में माउंट एवरेस्ट और पूरी बर्फ से ढकी हिमालय पर्वतमाला का एक अद्भुत और दुर्लभ नजारा देखने को मिला। भारी बारिश और मानसून की विदाई के बाद स्वच्छ हवा और साफ आसमान ने इस दृश्य को इतना स्पष्ट बना दिया कि इसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए। स्थानीय लोग इस अनोखी प्राकृतिक छटा को देखकर रोमांचित हैं।
जयनगर में दिखा माउंट एवरेस्ट
जयनगर, जो भारत-नेपाल सीमा पर स्थित है, यहाँ से माउंट एवरेस्ट और हिमालय की चोटियों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यह दृश्य तब ही संभव होता है जब आसमान पूरी तरह साफ हो, कोहरा और प्रदूषण न हो। हाल ही में हुई भारी बारिश और मानसून की विदाई ने हवा को स्वच्छ बना दिया, जिससे हिमालय की बर्फीली चोटियाँ बेहद स्पष्ट दिखाई दीं।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह दृश्य अत्यंत दुर्लभ है और साल में कुछ ही बार दिखाई देता है। इसे देखने के लिए साफ आसमान और ठंडी हवा का होना जरूरी है। जयनगर से नेपाल की ग्लेशियर से निकलने वाली कमला नदी और उसके किनारे बसे इलाके से यह दृश्य विशेष रूप से रोमांचक लगता है।
साल में दो समय में दिखाई देता है नजारा
स्थानीय लोग बताते हैं कि यह दृश्य आमतौर पर साल में दो बार सबसे अधिक स्पष्ट होता है। पहला समय वसंत पंचमी से राम नवमी तक (चैत्र-बैसाख) और दूसरा समय दुर्गा पूजा से कार्तिक पूर्णिमा तक (आश्विन-कार्तिक) होता है। इस दौरान हवा ठंडी और शुद्ध होती है, जिससे हिमालय की चोटियाँ दूर से भी चमकती हुई दिखाई देती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम की अनुकूल परिस्थितियाँ, नमी की कमी और स्वच्छ हवा मिलकर इस तरह का अद्भुत दृश्य बनाती हैं। यही कारण है कि जयनगर के लोग इसे प्राकृतिक चमत्कार मानते हैं।
सूर्योदय और सूर्यास्त में बदलता रंग
जयनगर की ऊँची इमारतों और कमला नदी पर बने बांध से हिमालय की चोटियाँ दिन के समय के अनुसार रंग बदलती हैं। सूर्योदय के समय ये चोटियाँ तांबे और सोने की तरह चमकती हैं। जबकि सूर्यास्त के समय ये चाँदी और कांस्य रंग में बदलकर शाम के आकाश में विलीन हो जाती हैं। इस बदलाव को देखकर स्थानीय लोग और पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।
वास्तव में यह दृश्य न केवल पर्वतों की ऊँचाई बल्कि रंगों और प्रकाश के खेल को भी दर्शाता है। इससे जयनगर का छोटा सा शहर प्राकृतिक पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण बन जाता है।