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BSF के 16 जवान ऑपरेशन सिंदूर में पराक्रम के लिए सम्मानित, सूची जारी

BSF के 16 जवान ऑपरेशन सिंदूर में पराक्रम के लिए सम्मानित, सूची जारी

स्वतंत्रता दिवस पर BSF के 16 जवानों को ऑपरेशन सिंदूर में साहस और पराक्रम के लिए वीरता पदक से सम्मानित किया गया। यह अभियान मई 2025 में संचालित हुआ।

Operation Sindoor: स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर देश के वीर जवानों की बहादुरी का सम्मान किया गया। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 16 जांबाजों को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दिखाई गई अदम्य वीरता और पराक्रम के लिए वीरता पदक से सम्मानित किया गया। यह सम्मान न केवल उनके साहस की पहचान है बल्कि यह देश की पहली रक्षा पंक्ति, BSF, में राष्ट्र के अटूट विश्वास का प्रतीक भी है।

ऑपरेशन सिंदूर: साहस और रणनीति का अद्भुत उदाहरण

ऑपरेशन सिंदूर, मई 2025 में चलाया गया एक महत्वपूर्ण सैन्य अभियान था। यह ऑपरेशन पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। 7 से 10 मई के बीच भारतीय बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इस अभियान ने आतंकवादियों को बड़ा नुकसान पहुंचाया और उनकी कई साजिशों को नाकाम किया।

सम्मानित BSF कर्मियों की सूची

इस वर्ष जिन 16 BSF कर्मियों को वीरता पदक (Gallantry Medal) से सम्मानित किया गया है, उनमें एक डिप्टी कमांडेंट, दो सहायक कमांडेंट, एक इंस्पेक्टर, और कई अन्य रैंक के जवान शामिल हैं। उनके नाम इस प्रकार हैं।

  • सब इंस्पेक्टर व्यास देव
  • कांस्टेबल सुद्दी राभा
  • अभिषेक श्रीवास्तव, सहायक कमांडेंट
  • कांस्टेबल भूपेंद्र बाजपेयी
  • कांस्टेबल राजन कुमार
  • कांस्टेबल बसवराज शिवप्पा सुनकड़ा
  • हेड कांस्टेबल बृज मोहन सिंह
  • कांस्टेबल देपेश्वर बर्मन
  • इंस्पेक्टर उदय वीर सिंह
  • रवींद्र राठौर, उप कमांडेंट
  • इंस्पेक्टर देवी लाल
  • हेड कांस्टेबल साहिब सिंह
  • कांस्टेबल कंवराज सिंह
  • एएसआई राजप्पा बी टी
  • कांस्टेबल मनोहर क्साल्क्सो
  • आलोक नेगी, सहायक कमांडेंट

वीरता पदक का महत्व

वीरता पदक (Gallantry Medal) उन कर्मियों को दिया जाता है जिन्होंने अपने कर्तव्य निभाते हुए असाधारण साहस और अद्वितीय पराक्रम का प्रदर्शन किया हो। यह पुरस्कार उन कार्यों के लिए भी दिया जाता है जिनमें जीवन और संपत्ति की रक्षा, अपराध रोकने या अपराधियों को पकड़ने में जोखिम उठाया गया हो। संबंधित अधिकारी के दायित्व और कर्तव्य के अनुरूप उनकी बहादुरी का मूल्यांकन किया जाता है।

BSF की भूमिका और जिम्मेदारी

BSF भारत की पश्चिमी सीमा, जो पाकिस्तान से लगती है, की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। यह बल देश की सीमाओं पर चौबीसों घंटे तैनात रहता है और आतंकवाद, घुसपैठ, तस्करी जैसी चुनौतियों का सामना करता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान BSF ने अपनी रणनीतिक क्षमता और तेज कार्रवाई से यह साबित किया कि वह हर परिस्थिति में राष्ट्र की रक्षा के लिए तैयार है।

स्वतंत्रता दिवस पर वीरता और सेवा पदकों की झड़ी

इस स्वतंत्रता दिवस पर केवल BSF ही नहीं, बल्कि देशभर के 1,090 पुलिस, अग्निशमन, गृह रक्षक, नागरिक सुरक्षा और सुधारात्मक सेवाओं के कर्मियों को भी सम्मानित किया गया। इनमें से 233 कर्मियों को वीरता पदक (Gallantry Medal), 99 को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (PSM) और 758 को सराहनीय सेवा पदक (MSM) प्रदान किए गए।

किस क्षेत्र से कितने पुरस्कार

इन 233 वीरता पुरस्कारों में सबसे अधिक 152 कर्मी जम्मू-कश्मीर क्षेत्र से हैं, जहां सुरक्षा बल आतंकवाद और सीमा पार से होने वाली चुनौतियों का सामना करते हैं। इसके अलावा, वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों से 54 कर्मियों को, पूर्वोत्तर से 3 और अन्य क्षेत्रों से 24 कर्मियों को उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए सम्मानित किया गया।

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