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Changur: ATS की बड़ी कार्रवाई! विदेशी फंडिंग से चल रहा था मतांतरण रैकेट, जानें पूरा मामला

Changur: ATS की बड़ी कार्रवाई! विदेशी फंडिंग से चल रहा था मतांतरण रैकेट, जानें पूरा मामला

ATS ने बलरामपुर में मतांतरण गिरोह के सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर को पकड़ा। दुबई समेत विदेशी खातों से फंडिंग के जरिए धर्मांतरण और जमीन खरीद की जांच तेज हो गई है।

Changur: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से धर्मांतरण गिरोह से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है। आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने मतांतरण कराने वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए जलालुद्दीन उर्फ छांगुर सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह पर आरोप है कि यह विदेशी फंडिंग के जरिए बड़े पैमाने पर हिंदू युवतियों का मतांतरण करा रहा था।

विदेशी बैंक खातों से फंडिंग, ATS को मिले अहम सुराग

ATS को छांगुर के विदेशी बैंक खातों के बारे में पुख्ता जानकारी मिली है। आरोपी नवीन उर्फ जमालुद्दीन के नाम से दुबई समेत सात विदेशी बैंक खातों का पता चला है। इन खातों से भारत में मतांतरण गतिविधियों के लिए फंड भेजा जा रहा था। फिलहाल ATS इन खातों में हुए लेनदेन की गहराई से जांच कर रही है, जिससे कई और नाम सामने आ सकते हैं।

नीतू उर्फ नसरीन थी फंडिंग की कड़ी

छांगुर की सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन विदेशी फंडिंग को नियंत्रित कर रही थी। वह तय करती थी कि किस खाते में पैसा भेजना है और किसके माध्यम से उसे खर्च करना है। ये फंड मुख्य रूप से मतांतरण और इस्लाम धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए उपयोग किया जाता था। जांच में सामने आया है कि यह सारा नेटवर्क सुनियोजित तरीके से संचालित हो रहा था।

ATS की फील्ड यूनिट को मिले महत्वपूर्ण दस्तावेज

ATS की अयोध्या फील्ड यूनिट ने पहले ही छांगुर, नीतू और उनकी बेटी समाले को दस्तावेजों के साथ तलब किया था। लेकिन छांगुर ने एजेंसी को चकमा देते हुए उन्हें पेश नहीं होने दिया। जांच में सामने आया है कि इस गिरोह ने फंड का उपयोग जमीन खरीदने और अन्य संपत्तियों में निवेश करने के लिए भी किया।

विदेशी फंड का इस्तेमाल जमीन खरीद में

नवीन, नीतू और छांगुर ने महबूब, मो. सबरोज, रमजान, रशीद और शहाबुद्दीन जैसे लोगों के माध्यम से मधपुर और उतरौला सहित कई स्थानों पर जमीन की खरीदारी की। अब ATS यह पता लगाने में जुटी है कि इन संपत्तियों की फंडिंग कहां से हुई और इसमें किन-किन लोगों की भूमिका रही।

उतरौला को कहा जाता है 'मिनी सऊदी अरब'

उतरौला क्षेत्र की बड़ी आबादी खाड़ी देशों में काम करती है। स्थानीय रूप से इसे 'मिनी सऊदी अरब' भी कहा जाता है। इसी का फायदा उठाकर छांगुर ने इस्लाम धर्म के नाम पर विदेशों से चंदा इकट्ठा किया और उसे मतांतरण गतिविधियों में लगाया।

स्थानीय प्रशासन में भी पैठ बनाने की कोशिश

ATS की जांच में यह भी सामने आया है कि छांगुर ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन में भी अपनी पैठ बना ली थी। जांच में कुछ ऐसे नाम भी सामने आए हैं, जो पीस कमेटी की बैठकों में सक्रिय रहते थे और परिवार परामर्श केंद्र में सलाहकार के रूप में काम करते थे। ऐसे लोगों की भूमिका पर भी ATS नजर रख रही है।

ATS रिमांड पर है छांगुर और नीतू

ATS ने छांगुर और नीतू को सात दिन की रिमांड पर लिया था, जिसकी अवधि बुधवार को पूरी हो रही है। इस दौरान मधपुर स्थित छांगुर की कोठी के बंद कमरों की तलाशी भी ली गई और जरूरी साक्ष्य जुटाए गए।

जल्द हो सकती है अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी

चर्चा है कि रिमांड अवधि पूरी होने के बाद ATS रिपोर्ट में शामिल अन्य नामजद लोगों की गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू कर सकती है। छांगुर, नीतू और नवीन से जुड़े जमीन सौदे, भवन निर्माण सामग्री की आपूर्ति जैसे मामलों में शामिल करीब 20 लोगों से भी दस्तावेज मंगाए गए हैं। अधिकतर ने संबंधित अभिलेख ATS को सौंप दिए हैं।

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