Allied Engineering Works ने अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) SEBI के पास जमा कर दिया है। कंपनी ₹400 करोड़ के आईपीओ की योजना बना रही है। स्मार्ट मीटर सेगमेंट में Allied Engineering की हिस्सेदारी 10% से अधिक है, जिससे यह इस क्षेत्र की प्रमुख कंपनियों में शुमार होती है।
स्मार्ट एनर्जी मीटर के निर्माण और आपूर्ति में सक्रिय कंपनी Allied Engineering Works ने अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी आईपीओ लाने की आधिकारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल कर दिया है। Allied का यह आईपीओ कुल 400 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू के साथ आएगा और इसके साथ प्रमोटर 75 लाख इक्विटी शेयर ऑफर फॉर सेल के जरिए बाजार में बेचेंगे।
स्मार्ट मीटर सेगमेंट में दिग्गज बन चुकी है Allied
Allied Engineering Works स्मार्ट एनर्जी मीटर उद्योग में एक प्रमुख नाम बन चुकी है। देश के स्मार्ट मीटर बाजार में कंपनी की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत से अधिक है। कंपनी ने अब तक देश के विभिन्न राज्यों में करीब 29.2 लाख स्मार्ट मीटर की आपूर्ति की है। Allied के स्मार्ट मीटर देश के 13 अलग-अलग AMISP (Advanced Metering Infrastructure Service Providers) और एक राज्य की यूटिलिटी को सप्लाई किए गए हैं। इसमें आंध्र प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य शामिल हैं।
आईपीओ से मिले फंड्स का ये होगा उपयोग
कंपनी की योजना आईपीओ से जुटाए गए फंड का उपयोग अपनी निर्माण क्षमताओं को बढ़ाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और अन्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करना है।
कुंडली प्लांट में स्मार्ट गैस मीटर, वाटर मीटर और IoT आधारित समाधान तैयार करने के लिए 116.75 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
राय प्लांट में स्मार्ट इलेक्ट्रिसिटी मीटर की क्षमता बढ़ाने पर 99.71 करोड़ रुपये लगाए जाएंगे।
वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के लिए 120 करोड़ रुपये आरक्षित रखे जाएंगे।
बची हुई राशि को सामान्य कॉर्पोरेट कार्यों में इस्तेमाल किया जाएगा।
प्री-आईपीओ प्लेसमेंट से भी जुटाए जा सकते हैं 80 करोड़ रुपये
Allied Engineering IPO से पहले 80 करोड़ रुपये तक का प्री-आईपीओ प्लेसमेंट करने की योजना पर भी विचार कर रही है। अगर यह फंड पहले ही जुटा लिया जाता है तो आईपीओ में फ्रेश इश्यू का आकार उतना ही कम कर दिया जाएगा।
Genus Power, HPL और अन्य कंपनियों को मिल सकती है कड़ी चुनौती
स्मार्ट मीटर स्पेस में पहले से मौजूद कंपनियों जैसे Genus Power Infrastructures, HPL Electric and Power, Secure Meters, Avon Meters और Capital Power Systems को Allied की एंट्री से सीधी चुनौती मिल सकती है। बाजार विश्लेषकों की मानें तो Allied की आक्रामक रणनीति और निर्माण क्षमता उसे इस प्रतिस्पर्धी सेक्टर में बड़ा खिलाड़ी बना सकती है।
तेजी से बढ़ता स्मार्ट मीटर बाजार
भारत में स्मार्ट मीटरिंग सेगमेंट फिलहाल उफान पर है। सरकार की स्मार्ट मीटर योजना, डिस्कॉम सुधारों और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के चलते इस क्षेत्र में जबरदस्त मांग देखी जा रही है। Allied जैसी कंपनियां इस उभरते अवसर का लाभ उठाने के लिए पूरी तैयारी में हैं।
IPO के मैनेजर कौन हैं?
इस इश्यू को Axis Capital और IIFL Capital Services मैनेज कर रहे हैं। Allied के इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई दोनों पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।
कंपनी का इतिहास और विस्तार
Allied Engineering Works ने स्मार्ट मीटरिंग टेक्नोलॉजी में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। कंपनी ने मौजूदा बाजार मांग के अनुसार अपनी उत्पादन प्रक्रिया और उत्पादों को अपग्रेड किया है। Allied का फोकस खास तौर पर बिजली, पानी और गैस के मीटर बनाने पर है। कंपनी आधुनिक IoT समाधान देने के लिए तकनीकी नवाचार में लगातार निवेश कर रही है।
तेज होते कदम, बढ़ती हिस्सेदारी
क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार Allied का मौजूदा योगदान भारत में लगाए गए कुल स्मार्ट मीटरों का लगभग दसवां हिस्सा है। यह आंकड़ा कंपनी की स्थिति को इंडस्ट्री में मजबूती से स्थापित करता है। भविष्य में कंपनी अपनी मौजूदगी और उत्पादन क्षमता को और अधिक राज्यों और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी बढ़ा सकती है।
आईपीओ से मिलेगी नई रफ्तार
Allied Engineering Works का यह आईपीओ न केवल कंपनी के विस्तार और योजनाओं को गति देगा, बल्कि भारतीय स्मार्ट मीटरिंग इंडस्ट्री में निवेशकों के लिए एक नए अवसर के रूप में भी देखा जा रहा है। मौजूदा परिदृश्य में जब स्मार्ट एनर्जी समाधानों की मांग तेजी से बढ़ रही है, Allied की यह पेशकश बाजार की दिशा को बदल सकती है।