उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कार्यकाल के चार साल पूरे होने के अवसर पर हरिद्वार में विकास संकल्प पर्व का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों को 550 करोड़ रुपये की 107 विकास परियोजनाओं की सौगात दी।
हरिद्वार: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अपने चार साल पूरे होने के अवसर पर हरिद्वार में विकास संकल्प पर्व का आयोजन किया और इस मौके पर प्रदेशवासियों को 550 करोड़ रुपये की सौगात दी। ऋषिकुल मैदान में आयोजित भव्य समारोह में धामी ने 107 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया, जिनमें 281 करोड़ रुपये की 100 योजनाओं का लोकार्पण और 269 करोड़ रुपये की 7 नई योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री धामी ने इस मौके पर कहा कि विकास उनके लिए कोई विकल्प नहीं, बल्कि संकल्प है। उन्होंने साफ कहा कि चार साल पहले जब प्रदेश की जिम्मेदारी मिली थी, तभी से हमारा उद्देश्य देवभूमि को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना रहा।
नदी महोत्सव का उद्घाटन, हरिद्वार में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा
इस अवसर पर धामी ने हरिद्वार में नदी महोत्सव का भी उद्घाटन किया। उन्होंने पूजा-अर्चना कर राज्य की नदियों के संरक्षण और स्वच्छता का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नदी महोत्सव के माध्यम से नदियों की सफाई और पुनर्जीवन के लिए जनसहभागिता बढ़ाई जाएगी, जिससे आने वाली पीढ़ियों को साफ और जीवंत जलस्रोत मिल सकें।
धामी ने कहा कि हरिद्वार धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, और यहां विकास कार्यों को प्राथमिकता देकर धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
पीएम मोदी को जताया आभार, गिनाईं 4 साल की उपलब्धियां
अपने कार्यकाल के 4 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन से ये चार साल देवभूमि को देश के श्रेष्ठ राज्यों में शामिल करने के प्रयासों को समर्पित रहे हैं। प्रदेश की जनता ने जिस भरोसे से मेरा साथ दिया, वही मेरी प्रेरणा शक्ति है।
धामी ने समान नागरिक संहिता, सख्त नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण रोधी कानून और दंगारोधी कानून जैसे कदमों का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार ने कानून-व्यवस्था और सामाजिक समरसता को बनाए रखने के लिए कठोर निर्णय लिए हैं।
भ्रष्टाचार पर सख्ती, युवाओं को 23000 से अधिक नौकरियां
सीएम धामी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। सीएम हेल्पलाइन 1905 और विजिलेंस ऐप 1064 जैसे प्लेटफॉर्म से जनता को सीधी शिकायत का अवसर मिला और भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे भेजा गया। उन्होंने बताया कि पारदर्शी भर्तियों के जरिए 23,000 से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गईं, जबकि महिलाओं के लिए 30% क्षैतिज आरक्षण लागू कर उनकी सशक्त भागीदारी सुनिश्चित की गई। इसका असर प्रदेश की बेरोजगारी दर पर भी दिखा, जो अब राष्ट्रीय औसत से कम है।
धामी ने कहा कि पिछले 4 वर्षों में उत्तराखंड ने कनेक्टिविटी, इकोलॉजी और इकॉनमी के बेहतर तालमेल के जरिए ऐतिहासिक प्रगति की है। रोड, रेल और रोपवे परियोजनाओं में कई नए कीर्तिमान बने हैं, जिससे पर्यटन, व्यापार और रोज़गार को जबरदस्त बढ़ावा मिला है। उन्होंने बताया कि औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने 3.5 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए हैं, जिनमें से 1 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं धरातल पर उतर चुकी हैं।
धार्मिक पर्यटन और स्थानीय रोजगार की दिशा में प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन लगातार बढ़ रहा है। चारधाम यात्रा और कांवड़ यात्रा में रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालुओं के आने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बड़ा सहारा मिला है। इसके साथ ही होम स्टे योजना, कृषक कल्याण, खेल सुविधाओं का विस्तार, सैनिकों के कल्याण और छात्रवृत्ति योजनाओं के जरिये राज्य की आम जनता को सीधा लाभ दिया गया है।
धामी ने कहा, हमने न केवल देवभूमि की संस्कृति को सहेजने का काम किया, बल्कि युवाओं और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का भी लगातार प्रयास किया।मुख्यमंत्री धामी ने विकास संकल्प पर्व के मंच से स्पष्ट किया कि विकसित भारत 2047 के लक्ष्य में उत्तराखंड की अहम भूमिका होगी। उन्होंने कहा, आने वाले वर्षों में उत्तराखंड उन्नति और प्रगति की दिशा में नए सोपान गढ़ने के लिए तैयार है। हमारा हर कदम जनता के विश्वास और आकांक्षाओं को समर्पित रहेगा।