बॉलीवुड और साउथ फिल्म इंडस्ट्री में अपनी दमदार एक्टिंग से पहचान बना चुकीं राशि खन्ना की कहानी वाकई प्रेरणादायक है। बहुत कम लोग जानते हैं कि राशि खन्ना कभी अभिनेत्री बनने का सपना नहीं देखती थीं।
एंटरटेनमेंट: फिल्मी दुनिया में कई ऐसे नाम हैं, जिनका सफर काफी प्रेरणादायक रहा है। कुछ ने कठिनाइयों के बीच अभिनय को अपना सहारा बनाया, तो कुछ ऐसे भी रहे, जिनकी मंजिल कुछ और थी लेकिन किस्मत ने उन्हें स्टार बना दिया। इसी लिस्ट में शामिल हैं राशि खन्ना, जिनकी कहानी किसी फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं है।
आज साउथ और बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना चुकीं राशि खन्ना कभी एक्ट्रेस नहीं, बल्कि IAS अधिकारी बनना चाहती थीं। लेकिन किस्मत उन्हें ग्लैमर की दुनिया में ले आई। आइए जानते हैं, कैसे एक क्लास टॉपर लड़की ने प्रशासनिक सेवा के अपने सपनों से अलग होकर एक चमकता सितारा बनने का सफर तय किया।
बचपन से थी होशियार, स्कूल-कॉलेज की टॉपर
राशि खन्ना का जन्म 30 नवंबर 1990 को दिल्ली में हुआ। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा राजधानी के प्रतिष्ठित सेंट मार्क्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पूरी की और यहीं से वह अपने शानदार अकादमिक रिकॉर्ड के लिए मशहूर हो गईं। पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहने वाली राशि ने कभी एक्ट्रेस बनने की कल्पना तक नहीं की थी।
उनका सपना था कि वह IAS अधिकारी बनें और देश की सेवा करें। इसीलिए उन्होंने आगे की पढ़ाई लेडी श्रीराम कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी विषय में ऑनर्स करते हुए पूरी की, जहां भी वह अपनी क्लास की टॉपर रहीं।
कॉपी राइटिंग से बदली किस्मत की दिशा
राशि ने कॉलेज के दिनों में कभी-कभार विज्ञापन कॉपी राइटिंग और मॉडलिंग जैसे छोटे काम करना शुरू किए, लेकिन एक्टिंग अभी भी उनके दिमाग से दूर थी। लोगों ने उनकी पर्सनैलिटी और स्क्रीन प्रजेंस को देखते हुए सुझाव देना शुरू किया कि वह कैमरे के सामने आने के लिए बनी हैं। धीरे-धीरे उनका झुकाव क्रिएटिव फील्ड की ओर बढ़ा। यही वह मोड़ था, जब राशि ने तय किया कि क्यों न एक्टिंग में हाथ आजमाया जाए।
राशि खन्ना ने 2013 में शूजित सरकार की पॉलिटिकल थ्रिलर फिल्म ‘मद्रास कैफे’ से बॉलीवुड में कदम रखा। इस फिल्म में वह जॉन अब्राहम की पत्नी के किरदार में नजर आईं। हालांकि भूमिका छोटी थी, लेकिन उनकी सादगी और एक्टिंग ने सबका ध्यान खींचा। लेकिन इसके बाद उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की बजाय साउथ सिनेमा की ओर रुख किया, जहां उनकी असली चमक दिखाई दी।
साउथ इंडस्ट्री में मिली पहचान
राशि खन्ना ने साल 2014 में तेलुगू फिल्म ‘ओहलू गुसगुसलाडे’ से टॉलीवुड में कदम रखा और पहले ही प्रोजेक्ट से दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। ‘जिल’, ‘बंगाल टाइगर’, ‘सुप्रीम’, ‘थोली प्रेमा’, ‘साई रा नरसिम्हा रेड्डी’ और 2024 में आई ‘अरनमनई 4’ जैसी फिल्मों में उनके काम को खूब सराहा गया।
2024 में रिलीज हुई फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ से राशि खन्ना ने एक बार फिर बॉलीवुड में वापसी की और इस बार लीड रोल में नजर आईं। फिल्म में उनके साथ विक्रांत मैसी भी थे। इस सीरियस थ्रिलर में राशि के काम की समीक्षकों और दर्शकों दोनों ने तारीफ की। इसके अलावा उन्होंने अजय देवगन की वेब सीरीज ‘रुद्र’ और शाहिद कपूर की सीरीज ‘फर्जी’ में भी अहम भूमिकाएं निभाईं। वेब की दुनिया में भी उन्होंने खुद को स्थापित कर लिया है।
गायकी में भी हैं माहिर
बहुमुखी प्रतिभा की धनी राशि खन्ना ने एक्टिंग के साथ-साथ सिंगिंग में भी हाथ आजमाया है। उन्होंने ‘यू आर माई हाई’ और ‘विलेन’ जैसे गानों में अपनी आवाज दी है। उनकी सिंगिंग स्किल्स ने भी फैन्स को pleasantly surprise किया। राशि खन्ना सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं। इंस्टाग्राम पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं, जिनसे वह लगातार जुड़ी रहती हैं। फैंस को वह अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ की झलकियां दिखाती रहती हैं।