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IAS मोनिका रानी: टीचर से IAS बनीं, अब मिली स्कूल शिक्षा महानिदेशक की जिम्मेदारी

IAS मोनिका रानी: टीचर से IAS बनीं, अब मिली स्कूल शिक्षा महानिदेशक की जिम्मेदारी

IAS मोनिका रानी को उत्तर प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। पूर्व में सरकारी स्कूल की शिक्षिका और यूपीएससी 2010 बैच की IAS अधिकारी मोनिका रानी ने शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, नामांकन बढ़ाने और शिक्षक प्रेरणा पर विशेष ध्यान देने की योजना बनाई है। उनका लक्ष्य शिक्षा क्षेत्र में नवाचार और समग्र सुधार लाना है।

Uttar Pradesh: IAS मोनिका रानी को महानिदेशक नियुक्त किया गया है। बीते शुक्रवार उन्होंने अपने नए कार्यभार की शुरुआत करते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बैठक की। मोनिका रानी, जिन्होंने पहले सरकारी स्कूल में शिक्षक के रूप में सेवा दी और यूपीएससी 2010 बैच की IAS अधिकारी हैं, ने स्कूलों में नामांकन बढ़ाने, शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और शिक्षक प्रेरणा पर विशेष जोर देने की प्राथमिकताएं साझा कीं। उनका उद्देश्य राज्य के शिक्षा क्षेत्र में समग्र सुधार और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना है।

नए कार्यभार का आरंभ और प्राथमिकताएं

IAS मोनिका रानी को उत्तर प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। इससे पहले वह शिक्षा विभाग में अतिरिक्त डीजी और स्कूल शिक्षा के विशेष सचिव के पद पर कार्यरत थीं। बीते शुक्रवार को उन्होंने महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभाला और अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक कर अपनी प्राथमिकताएं साझा कीं। उनका फोकस स्कूलों में नामांकन बढ़ाने, शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और सीएम मॉडल व अभ्युदय कंपोजिट स्कूलों के समय पर निर्माण पर है।

उन्होंने आईसीटी लैब के बेहतर उपयोग, बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने और विशेष रूप से छात्राओं की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की योजना भी बताई। इस कदम से शिक्षा क्षेत्र में समग्र सुधार और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।

शिक्षकों के लिए नई दिशा और प्रेरणा

महानिदेशक मोनिका रानी ने शिक्षकों को प्रोत्साहित करने और शिक्षण को रुचिकर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को आधुनिक और नवाचारी शिक्षण विधियों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा, ताकि पठन-पाठन का स्तर बेहतर हो सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिक्षक विभाग की रीढ़ हैं और उनका लक्ष्य उन्हें केवल पढ़ाने तक सीमित नहीं, बल्कि बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाना है।

साथ ही उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिशन शक्ति और विकसित भारत जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों पर चर्चा की। विभाग के विभिन्न यूनिट्स के कामकाज की जानकारी लेकर भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श किया गया, जिससे कार्यान्वयन और निगरानी में सुधार संभव होगा।

पहले शिक्षक, फिर IAS अधिकारी

IAS मोनिका रानी ने अपने करियर की शुरुआत सरकारी स्कूल में शिक्षक के रूप में की थी। 2004 से 2010 तक वह दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षिका रहीं। 2010 बैच की यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी मोनिका रानी ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में देशभर में 70वीं रैंक हासिल की और भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुईं।

शिक्षा और प्रशासनिक पृष्ठभूमि

मोनीका रानी हरियाणा के गुरुग्राम की मूल निवासी हैं और उन्होंने बीकॉम व एमए (इकोनॉमिक्स) की डिग्री हासिल की है। उनकी पहली तैनाती 11 जुलाई 2012 को गाजियाबाद में ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट के पद पर हुई थी। इसके बाद फरवरी 2014 में वह शहारनपुर की सीडीओ बनीं और चित्रकूट, बहराइच तथा फर्रुखाबाद की जिलाधिकारी (डीएम) रह चुकी हैं।

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