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India-EFTA FTA गुरुवार से होगा लागू, जानें व्यापार का नया रोडमैप

India-EFTA FTA गुरुवार से होगा लागू, जानें व्यापार का नया रोडमैप

भारत और EFTA देशों (आइसलैंड, स्विट्जरलैंड, नार्वे, लिकटनस्टाइन) के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि अमेरिका, यूरोपीय संघ, न्यूजीलैंड, ओमान, पेरू, चिली और अन्य देशों के साथ भी भारत व्यापार समझौते करने में सक्रिय है।

नई दिल्ली: भारत-EFTA मुक्त व्यापार समझौता गुरुवार, 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगा। ईएफ़टीए में चार देश शामिल हैं – आइसलैंड, स्विट्जरलैंड, नार्वे और लिकटनस्टाइन। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत अमेरिका, यूरोपीय संघ, न्यूजीलैंड, ओमान, पेरू, चिली और अन्य देशों के साथ व्यापार समझौतों के लिए बातचीत कर रहा है। पिछले चार वर्षों में भारत ने मॉरीशस, यूएई, ऑस्ट्रेलिया और EFTA ब्लॉक के साथ FTA किए हैं। इसके अलावा, रूस के नेतृत्व वाले यूरेशियन इकनॉमिक यूनियन के साथ विचारार्थ विषय (TOR) अंतिम रूप में हैं।

एफटा से भारत को क्या लाभ मिलेगा

मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि एफटा लागू होने से भारत और EFTA देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। इससे भारतीय उत्पादों को यूरोपीय देशों में आसान पहुंच मिलेगी और आयात-निर्यात प्रक्रिया सरल होगी। उन्होंने कहा कि विकसित देश भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते करने के इच्छुक हैं, क्योंकि भारत की बाजार क्षमता और औद्योगिक उत्पादन उन्हें आकर्षित कर रहा है।

एफटा से भारत को औद्योगिक और कृषि उत्पादों के निर्यात में बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इससे टेक्सटाइल, फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और कृषि उत्पादों को यूरोपियन देशों में निर्यात करना आसान होगा। इसके साथ ही EFTA देशों से तकनीकी उत्पाद और निवेश भी भारत में आएंगे।

भारत ने पिछले वर्षों में किए कई व्यापार समझौते

गोयल ने बताया कि भारत ने पिछले चार वर्षों में कई व्यापार समझौते किए हैं। इनमें मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ऑस्ट्रेलिया और EFTA ब्लॉक के साथ समझौते शामिल हैं। इन समझौतों से भारत को निर्यात बढ़ाने और विदेशी निवेश आकर्षित करने में मदद मिली है।

मंत्री ने कहा कि भारत वर्तमान में अमेरिका, यूरोपीय संघ, न्यूजीलैंड, ओमान, पेरू और चिली के साथ मुक्त व्यापार समझौते के लिए बातचीत कर रहा है। इसके अलावा बहरीन और कतर ने भी भारत के साथ व्यापार समझौते में रुचि दिखाई है। उन्होंने बताया कि रूस के नेतृत्व वाले यूरेशियन इकनॉमिक यूनियन (ईएईयू) के साथ भी विचारार्थ विषयों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

व्यापार समझौते और वैश्विक संबंध

भारत ने एफटा और अन्य व्यापार समझौतों के माध्यम से वैश्विक व्यापार में अपनी उपस्थिति मजबूत की है। इन समझौतों से भारत के उत्पादों की प्रतिस्पर्धा बढ़ती है और विदेशी निवेशकों के लिए अवसर खुलते हैं। मंत्री ने कहा कि अमेरिका, ईयू और न्यूजीलैंड जैसे देश भारत के व्यापारिक सहयोग के लिए गंभीर हैं।

व्यापार समझौते लागू होने के बाद भारतीय निर्यातकों को उत्पादों की उच्च गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धी कीमतों के साथ नए बाजारों में प्रवेश मिलेगा। इसके साथ ही विदेशी कंपनियों को भारत में निवेश करने और व्यापार करने में सहूलियत होगी।

यूपी अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो में घोषणाएँ

मंत्री पीयूष गोयल ने यह जानकारी यूपी अंतरराष्ट्रीय व्यापार शो के समापन समारोह में दी। उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक व्यापार में तेजी से आगे बढ़ रहा है और देश के उद्योग जगत को नए अवसर मिल रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि भारत निर्यात बढ़ाने और विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए विभिन्न देशों के साथ लगातार वार्ता कर रहा है।

गोयल ने कहा कि एफटा लागू होने से भारतीय कंपनियों के लिए यूरोपीय बाजार में प्रवेश आसान होगा। इससे कृषि, टेक्सटाइल, फार्मा और ऑटोमोबाइल उद्योगों को लाभ मिलेगा। मंत्री ने यह भी कहा कि भारत वैश्विक व्यापार में नई रणनीतियों के माध्यम से मजबूत स्थिति हासिल कर रहा है।

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