Columbus

मसालेदार खाना ही नहीं, ये 5 कारण भी बढ़ाते हैं एसिड रिफ्लक्स, जानें लक्षण और बचाव

मसालेदार खाना ही नहीं, ये 5 कारण भी बढ़ाते हैं एसिड रिफ्लक्स, जानें लक्षण और बचाव

एसिड रिफ्लक्स सिर्फ मसालेदार खाने से नहीं बल्कि मोटापा, स्मोकिंग, प्रेग्नेंसी और कुछ दवाओं के कारण भी हो सकता है। इसके लक्षणों में सीने में जलन, खट्टी डकारें, मुंह का कड़वा स्वाद और लगातार खांसी शामिल हैं। घरेलू उपायों जैसे दही, केला और दूध से राहत मिल सकती है, लेकिन समस्या बनी रहे तो डॉक्टर से मिलें।

हेल्थ ब्यूटी: एसिड रिफ्लक्स या हार्टबर्न की समस्या केवल मसालेदार भोजन से नहीं होती, बल्कि ओवरवेट, स्मोकिंग, प्रेग्नेंसी और कुछ दवाओं से भी बढ़ सकती है। इसके सामान्य लक्षणों में सीने में जलन, गले या मुंह में कड़वा स्वाद, डकारें, खांसी और आवाज बदलना शामिल हैं। घरेलू उपायों जैसे दही, केला और दूध अस्थायी राहत दे सकते हैं, लेकिन लगातार लक्षण होने पर विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है।

एसिड रिफ्लक्स क्यों होता है

एसिड रिफ्लक्स तब होता है जब पेट में बनने वाला एसिड खाने की नली की ओर वापस आने लगता है। इसे हार्टबर्न भी कहा जाता है। इसका मुख्य कारण है भोजन का अधपच जाना या पेट में अतिरिक्त एसिड का बनना। हालांकि मसालेदार भोजन इसके लिए जाना जाता है, लेकिन इसके अलावा भी कई अन्य कारण हैं:

  • ओवरवेट या मोटापा: अधिक वजन होने से पेट पर दबाव बढ़ता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स का खतरा बढ़ता है।
  • स्मोकिंग: धूम्रपान करने से पेट की मसल्स कमजोर हो जाती हैं और एसिड वापस ऊपर आने लगता है।
  • प्रेग्नेंसी: गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव और बढ़ता हुआ पेट भी एसिड रिफ्लक्स की वजह बन सकता है।
  • कुछ दवाएं: दर्द निवारक और ब्लड प्रेशर की दवाएं पेट में एसिड बढ़ा सकती हैं।
  • भारी भोजन और देर से खाना: रात में सोने से ठीक पहले ज्यादा खाना या जल्दी-जल्दी खाना खाने से पेट में एसिड बढ़ता है।

एसिड रिफ्लक्स के लक्षण

एसिड रिफ्लक्स के लक्षण कई तरह के हो सकते हैं। इनमें मुख्य हैं:

  • सीने में जलन: पेट का एसिड ऊपर आने पर सीने में जलन और असहजता होती है।
  • गले या मुंह का कड़वा स्वाद: अधपचा खाना और एसिड गले या मुंह में आने पर कड़वा स्वाद महसूस होता है।
  • डकारें: खाना खाने के दौरान हवा पेट में जाने से डकारें आना सामान्य है।
  • सीने में दर्द: कभी-कभी दर्द हार्ट अटैक जैसा लग सकता है, लेकिन हार्टबर्न से अलग पहचान की जा सकती है।
  • गले में खराश या आवाज का बदलना: लगातार एसिड की वजह से गले में खराश या आवाज बदल सकती है।
  • लगातार खांसी: म्युकस बनने या एसिड के ऊपर आने से खांसी हो सकती है।

घरेलू उपाय जो मदद कर सकते हैं

एसिड रिफ्लक्स की समस्या को नियंत्रित करने के लिए कुछ घरेलू उपाय कारगर साबित हो सकते हैं। ये उपाय पेट और खाने की नली को आराम पहुंचाते हैं:

  • दही: दही खाने की नली को शांत करता है और पेट के लिए भी अच्छा है।
  • केला: केले में मौजूद अल्कलाइन गुण पेट में अतिरिक्त एसिड बनने से रोकते हैं।
  • दूध: दूध पीने से तुरंत सीने में जलन से राहत मिल सकती है।
  • छोटे और हल्के भोजन: दिन में छोटे हिस्सों में भोजन करना और रात में हल्का खाना मददगार होता है।
  • भारी व्यायाम से बचें: खाना खाने के तुरंत बाद जोरदार व्यायाम या लेटना से बचें।

एसिड रिफ्लक्स और जीवनशैली

एसिड रिफ्लक्स केवल भोजन पर निर्भर नहीं करता, बल्कि यह आपकी जीवनशैली से भी जुड़ा होता है। अधिक तनाव, अनियमित भोजन और देर रात खाने की आदतें इसे बढ़ा सकती हैं। इसके अलावा मोटापा और ज्यादा शराब या कैफीन का सेवन भी समस्या को बढ़ा सकता है।

Leave a comment