नवरात्रि के दौरान श्रद्धा से खरीदी गई वस्तुएं पूरे साल घर में सुख, समृद्धि और सकारात्मकता लाती हैं। लाल चुनरी, सोना-चांदी के सिक्के, श्रृंगार सामग्री, प्रॉपर्टी और वाहन जैसी खरीदारी इस शुभ समय में मां दुर्गा की कृपा पाने और घर में शुभता बनाए रखने का एक पारंपरिक तरीका मानी जाती है।
Navratri 2025 Shopping: नवरात्रि 2025 के शुभ अवसर पर मां दुर्गा की आराधना के साथ-साथ खरीदारी को भी बेहद फलदायी माना जाता है। हिंदू परंपरा के अनुसार यह पर्व भक्ति, साधना और नए कार्य शुरू करने का सर्वोत्तम समय है। इस दौरान लाल चुनरी, सोना-चांदी के सिक्के, श्रृंगार सामग्री, प्रॉपर्टी और वाहन खरीदना न केवल धार्मिक दृष्टि से शुभ माना जाता है, बल्कि इससे घर में सुख-समृद्धि और सौभाग्य भी आता है। नवरात्रि के दौरान की गई ये खरीदारी पूरे साल सकारात्मक ऊर्जा और मां की कृपा बनाए रखने का माध्यम मानी जाती है।
नवरात्रि में खरीदारी क्यों मानी जाती है शुभ
धार्मिक मान्यता के अनुसार नवरात्रि में की गई खरीदारी केवल भौतिक सुखों के लिए नहीं होती, बल्कि यह मां दुर्गा और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का एक माध्यम भी है। कहा जाता है कि इस दौरान खरीदी गई वस्तुएं घर में समृद्धि और शांति लाती हैं। यही वजह है कि हर साल नवरात्रि पर बाजारों में रौनक बढ़ जाती है और लोग विशेष रूप से देवी पूजा से जुड़ी वस्तुएं घर लाते हैं।
लाल चुनरी और माता की साड़ी
नवरात्रि में लाल चुनरी और साड़ी खरीदने की परंपरा बहुत पुरानी है। लाल रंग शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है और यह मां दुर्गा का प्रिय रंग भी है।
- पूजा में मां दुर्गा को लाल चुनरी अर्पित करने से श्रद्धा बढ़ती है और देवी मां प्रसन्न होती हैं।
- मान्यता है कि ऐसा करने से परिवार में सुख-समृद्धि और सौभाग्य बना रहता है।
- लाल चुनरी या साड़ी को पूजा के बाद घर में सुरक्षित रखने से सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
सोना-चांदी के सिक्के
धन-संपत्ति बढ़ाने के लिए नवरात्रि में सोना या चांदी के सिक्के खरीदने की परंपरा भी काफी लोकप्रिय है।
- शास्त्रों के अनुसार इस समय खरीदा गया सोना-चांदी मां लक्ष्मी और मां दुर्गा दोनों का आशीर्वाद दिलाता है।
- कई लोग इन सिक्कों को पूजा में अर्पित करके बाद में तिजोरी या मंदिर में रखते हैं।
- यह न केवल वित्तीय स्थिरता का प्रतीक है बल्कि निवेश की दृष्टि से भी लाभकारी माना जाता है।
श्रृंगार सामग्री
नवरात्रि में श्रृंगार सामग्री जैसे चूड़ी, सिंदूर, बिंदी, काजल आदि खरीदने और मां को अर्पित करने की परंपरा भी लंबे समय से चली आ रही है।
- र्गा के श्रृंगार में यह सामग्री अर्पित करने से वैवाहिक जीवन में सुख और सौभाग्य मिलता है।
- यह नारी शक्ति का प्रतीक माना जाता है और देवी मां की कृपा पाने का एक सरल उपाय भी है।
- इन वस्तुओं को पूजा के बाद घर में सुरक्षित रखने से भी सकारात्मकता बनी रहती है।
प्रॉपर्टी खरीदना
- इस दौरान प्रॉपर्टी खरीदने को अत्यंत फलदायी माना गया है।
- लोग इस समय नए घर, जमीन या दुकान की बुकिंग करते हैं ताकि मां की कृपा बनी रहे।
- धार्मिक मान्यता के अनुसार नवरात्रि में की गई प्रॉपर्टी डील से स्थायी सुख-समृद्धि और स्थायित्व आता है।
वाहन की खरीदारी
- लोग इस समय दोपहिया और चारपहिया वाहन बुक करने के लिए आगे बढ़ते हैं।
- ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि में खरीदा गया वाहन दुर्घटना या बाधाओं से सुरक्षित रहता है और यात्रा शुभ बनती है।
- कई शोरूम इस अवसर पर विशेष ऑफर और डिस्काउंट भी देते हैं।
अन्य शुभ वस्तुएं
- इस समय कलश, दीपक, घंटी, अगरबत्ती स्टैंड जैसी वस्तुएं खरीदना भी शुभ माना जाता है।
- घर के मंदिर को सजाने के लिए नए कपड़े, गहने और सजावटी सामान लाना सकारात्मकता बढ़ाता है।
- मान्यता है कि नवरात्रि में नया झाड़ू और अन्य गृहस्थी के सामान खरीदने से घर में दरिद्रता नहीं आती।
नवरात्रि शॉपिंग के समय ध्यान रखने योग्य बातें
- पूजा में अर्पित करने वाली वस्तुएं साफ-सुथरी और नई हों।
- खरीदारी से पहले बजट और जरूरत को ध्यान में रखें ताकि आर्थिक संतुलन बना रहे।
- खरीदी गई वस्तुओं को नवरात्रि के दिनों में पूजा के बाद ही इस्तेमाल करना शुभ होता है।