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फैटी लिवर और सूजन के लक्षण, जानें कब हो सकती है गंभीर बीमारी

फैटी लिवर और सूजन के लक्षण, जानें कब हो सकती है गंभीर बीमारी

लिवर में सूजन (Inflammation) को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। इसके लक्षणों में पेट में दर्द, थकान, भूख में कमी, पीलिया, मतली और शरीर में सूजन शामिल हैं। समय पर इलाज न कराने पर सिरोसिस, लिवर फेलियर और लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हेल्दी लाइफस्टाइल और टीकाकरण से बचाव संभव है।

Liver inflammation: लिवर में सूजन या फैटी लिवर कई कारणों से हो सकता है, जैसे वायरल इंफेक्शन, अधिक शराब का सेवन, दवाओं के साइड इफेक्ट या ऑटोइम्यून बीमारियां। सर गंगाराम अस्पताल के गैस्ट्रोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. अनिल अरोड़ा के अनुसार, लिवर में सूजन आने पर पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द या भारीपन, भूख कम होना, थकान, मतली, पीलिया और शरीर में सूजन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। अगर समय पर इलाज न कराया जाए तो सिरोसिस, लिवर फेलियर और लिवर कैंसर जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। बचाव के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल, वजन नियंत्रण, शराब और तंबाकू से दूरी, पोषक आहार और टीकाकरण जरूरी है।

लिवर में सूजन के प्रमुख कारण

लिवर में सूजन कई वजहों से हो सकती है। इसके मुख्य कारणों में शामिल हैं:

  • वायरल इंफेक्शन, जैसे हेपेटाइटिस A, B या C।
  • अधिक मात्रा में शराब का सेवन।
  • फैटी लिवर या मोटापा।
  • कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स।
  • ऑटोइम्यून बीमारियां।

इन कारणों से लिवर की कोशिकाओं में सूजन बढ़ती है और शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं।

लिवर में सूजन के लक्षण

सर गंगाराम अस्पताल के गैस्ट्रोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. अनिल अरोड़ा बताते हैं कि लिवर में सूजन शुरू होने पर पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द या भारीपन महसूस होता है। इसके अलावा भूख कम लगना और लगातार थकान बनी रहना आम लक्षण हैं।

लिवर में सूजन होने पर कई बार मतली या उल्टी की समस्या भी होती है। इसके अलावा आंखों और त्वचा का पीला पड़ना, यानी पीलिया, पेशाब का गहरा रंग और मल का हल्का रंग भी दिखाई देता है। कुछ मामलों में शरीर और पैरों में सूजन, बार-बार बुखार आना और लिवर की गंभीर समस्या के संकेत भी मिल सकते हैं।

लिवर में सूजन का खतरा

लिवर की सूजन को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। अगर इसे समय पर नहीं पहचाना और डॉक्टर से जांच नहीं कराई गई तो यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है।

  • सिरोसिस: लिवर की कोशिकाएं खराब हो जाती हैं और अंग का काम प्रभावित होता है।
  • लिवर फेलियर: इलाज में देरी होने पर लिवर पूरी तरह काम करना बंद कर देता है।
  • लिवर कैंसर: लंबे समय तक सूजन और सिरोसिस का इलाज न करने पर लिवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

इसलिए लिवर की सूजन के शुरुआती लक्षणों को पहचानना और समय पर इलाज कराना बहुत जरूरी है।

लिवर की सेहत बनाए रखने के तरीके

लिवर की देखभाल के लिए जीवनशैली पर ध्यान देना बेहद महत्वपूर्ण है। कुछ आसान उपायों में शामिल हैं:

  • हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं।
  • शराब और तंबाकू का सेवन न करें।
  • तेल वाला खाना और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं।
  • ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाएं।
  • वजन को नियंत्रित रखें।
  • नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
  • हेपेटाइटिस A और B का टीकाकरण करवाएं।
  • बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें।

लिवर की नियमित जांच

विशेषज्ञ बताते हैं कि लिवर की नियमित जांच कराना जरूरी है। रक्त जांच और अल्ट्रासाउंड के माध्यम से लिवर की स्थिति का पता लगाया जा सकता है। शुरुआती लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। 

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