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राधाकृष्णन को निर्विरोध जिताने में जुटी BJP: राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं से मांगा समर्थन

राधाकृष्णन को निर्विरोध जिताने में जुटी BJP: राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं से मांगा समर्थन

NDA के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के ऐलान के बाद आज इंडिया गठबंधन अपने उम्मीदवार का ऐलान करेगा। संसद भवन में गठबंधन की बैठक में इस पर चर्चा हुई, लेकिन अभी तक विपक्ष की ओर से किसी नाम का खुलासा नहीं हुआ है।

नई दिल्ली: 9 सितंबर 2025 को होने वाले भारत के उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियाँ पूरी जोरों पर हैं। एनडीए ने अपने उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को मैदान में उतारने का फैसला कर लिया है और चुनाव अभियान की रणनीति केंद्रीय नेतृत्व की देखरेख में चल रही है। इस क्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी नेताओं से फोन पर संपर्क कर राधाकृष्णन के समर्थन की अपील की है।

एनडीए ने रविवार को अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में राधाकृष्णन के नाम को हरी झंडी मिली। राधाकृष्णन वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं और एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार होंगे।

नामांकन और चुनाव प्रक्रिया

सीपी राधाकृष्णन 21 अगस्त 2025 को अपने नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। नामांकन समारोह में एनडीए शासित राज्यों के सभी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे। केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू को एनडीए ने राधाकृष्णन का चुनाव एजेंट बनाया है। 9 सितंबर को चुनाव के दौरान एनडीए की ओर से पूरी रणनीति के साथ मतदान किया जाएगा। एनडीए ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका लक्ष्य राधाकृष्णन को निर्विरोध जितवाना है। इसके लिए पार्टी शीर्ष नेतृत्व विपक्षी दलों पर भी नजर बनाए हुए है।

इंडिया गठबंधन ने भी संसद भवन में बैठक कर अपने उपराष्ट्रपति उम्मीदवार पर चर्चा की, लेकिन अभी तक विपक्ष की ओर से किसी उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया गया है। इस बीच राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित कई विपक्षी नेताओं से संपर्क कर राधाकृष्णन के पक्ष में समर्थन मांगा।

विशेष रूप से विपक्ष की रणनीति इस चुनाव को रोचक बना रही है। तमिलनाडु से आने वाले राधाकृष्णन का समर्थन या विरोध DMK द्वारा किया जाएगा, यह अब देखने वाली बात होगी। एनडीए के आंकड़ों के अनुसार, राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है, लेकिन विपक्ष के अनिर्णीत 133 सांसद इस चुनाव की दिशा बदल सकते हैं।

अंक-गणित और बहुमत की स्थिति

इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 782 सांसद मतदान के पात्र हैं, जिसमें 542 लोकसभा और 240 राज्यसभा के सांसद शामिल हैं। बहुमत पाने के लिए उम्मीदवार को कम से कम 392 वोट की जरूरत है। एनडीए के पास कुल 427 सांसदों का समर्थन होने का अनुमान है, जबकि विपक्ष के पास 355 सांसदों का बल है। इन आंकड़ों के अनुसार, एनडीए के उम्मीदवार के लिए स्थिति मजबूत दिखाई दे रही है।

हालांकि, चुनाव में रोमांच तब बढ़ सकता है जब विपक्ष के अनिर्णीत 133 सांसद अपना वोट देंगे। यह तय करेगा कि राधाकृष्णन निर्विरोध जीतेंगे या फिर मुकाबला कड़ा होगा।

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