राजा रघुवंशी हत्याकांड में इंदौर से पिस्टल बरामद हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि सोनम और अन्य आरोपियों ने हत्या के लिए पिस्टल की वैकल्पिक योजना बनाई थी।
Raja Raghuwanshi Case: राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। मेघालय पुलिस ने इंदौर के ओल्ड पलासिया इलाके के एक नाले से देसी पिस्टल बरामद की है। यह बरामदगी हत्या की साजिश में शामिल प्रॉपर्टी ब्रोकर शिलॉम और फ्लैट मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर से हुई पूछताछ के बाद की गई है।
साजिश के तहत रखी गई थी पिस्टल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी सोनम रघुवंशी और उसके साथियों ने पुलिस रिमांड के दौरान कबूल किया कि उन्होंने राजा की हत्या के लिए एक वैकल्पिक योजना के तहत देसी पिस्टल का इंतजाम किया था। उनका मकसद था कि अगर कोई अन्य तरीका विफल हो जाए तो इस हथियार का इस्तेमाल किया जा सके। इसी जानकारी के आधार पर मेघालय पुलिस ने इंदौर में सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें यह पिस्टल बरामद हुई।
सबूत नष्ट करने की कोशिशें
इससे पहले पुलिस ने सबूत मिटाने के आरोप में एक प्रॉपर्टी ब्रोकर, एक सुरक्षा गार्ड और फ्लैट मालिक को गिरफ्तार किया था। इन पर आरोप है कि इन्होंने हत्या के बाद घटनास्थल के आसपास के साक्ष्य मिटाने में सोनम की मदद की। अब जब नाले से पिस्टल मिली है, तो यह साफ हो गया है कि हत्या की पूरी योजना पहले से बनाई गई थी और इसके लिए एक से अधिक विकल्प रखे गए थे।
फ्लैट मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर की गिरफ्तारी
जिस फ्लैट में हत्या के बाद सोनम रघुवंशी ने शरण ली थी, उसके मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर को तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंपा गया है। लोकेंद्र को सोमवार को ग्वालियर के गांधी नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया था। इंदौर के डीसीपी (क्राइम) की सूचना पर ग्वालियर पुलिस ने मोहना थाना क्षेत्र से उसे हिरासत में लिया था।
कोर्ट से मिली ट्रांजिट रिमांड
मंगलवार को लोकेंद्र को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड पर मेघालय पुलिस के हवाले किया गया। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए इंदौर लाया गया। पुलिस उसे आगे की प्रक्रिया के तहत दिल्ली और गुवाहाटी होते हुए शिलांग ले जाएगी, जहां इस केस की जांच चल रही है।
हत्या के बाद फरारी में सोनम को दी मदद
पुलिस का मानना है कि लोकेंद्र सिंह तोमर ने राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम को छिपाने में अहम भूमिका निभाई। उसने अपने फ्लैट में सोनम को पनाह दी और पुलिस से बचाने की पूरी कोशिश की। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या लोकेंद्र को पहले से हत्या की योजना की जानकारी थी और उसने जानबूझकर सोनम को मदद पहुंचाई।