स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) दो बड़ी सहायक कंपनियों SBI जनरल इंश्योरेंस और SBI म्यूचुअल फंड को IPO के जरिए शेयर बाजार में लाने पर विचार कर रहा है। बैंक के चेयरमैन सीएस सेठी ने कहा कि दोनों कंपनियां लिस्टिंग के लिए मजबूत उम्मीदवार हैं, हालांकि इसकी टाइमलाइन तय नहीं की गई है।
नई दिल्ली: हैदराबाद में SBI जनरल इंश्योरेंस की विशेष हेल्थ ब्रांच के उद्घाटन के मौके पर SBI के चेयरमैन सीएस सेठी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि बैंक अपनी दो प्रमुख सहायक कंपनियों SBI जनरल इंश्योरेंस और SBI म्यूचुअल फंड के इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) लाने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल किसी तरह की निश्चित समयसीमा तय नहीं की गई है, लेकिन दोनों कंपनियां बाज़ार में लिस्टिंग के लिए पूरी तरह तैयार और उपयुक्त हैं।
IPO की योजना पर क्या बोले चेयरमैन?
सेठी ने कहा, “हमारे पोर्टफोलियो में दो कंपनियां हैं SBI म्यूचुअल फंड और SBI जनरल इंश्योरेंस जिन पर हम गंभीरता से IPO के लिए विचार कर रहे हैं। ये दोनों कंपनियां लिस्टिंग के लिए पूरी तरह से उपयुक्त हैं।” हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल कोई समयसीमा तय नहीं की गई है और प्रक्रिया प्रारंभिक चरण में है।
यह कदम, यदि अमल में लाया जाता है, तो निवेशकों के लिए दो नई मजबूत और लाभकारी कंपनियों में निवेश का मौका बन सकता है।
दोनों कंपनियों का परिचय और बाज़ार में स्थिति
- SBI म्यूचुअल फंड: भारत की टॉप म्यूचुअल फंड कंपनियों में से एक है, जो ₹8 लाख करोड़ से अधिक की AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) संभालती है। यह संस्थागत और व्यक्तिगत निवेशकों दोनों के बीच लोकप्रिय है।
- SBI जनरल इंश्योरेंस: भारत के जनरल इंश्योरेंस सेक्टर में SBI जनरल इंश्योरेंस ने तेजी से अपनी जगह बनाई है। यह हेल्थ, मोटर, ट्रैवल और अन्य जनरल बीमा उत्पादों की पेशकश करता है। इसकी पहुँच देशभर में तेजी से फैल रही है।
अमेरिकी टैरिफ का असर: क्या बोले सेठी?
बातचीत के दौरान, सेठी ने हाल ही में अमेरिका द्वारा कुछ आयात उत्पादों पर बढ़ाए गए टैरिफ को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भारत की भौगोलिक और सेक्टोरल विविधता के चलते इसका सीधा प्रभाव सीमित होगा।
हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि केमिकल, टेक्सटाइल और जेम्स-ज्वेलरी जैसे सेक्टर, जो मुख्य रूप से अमेरिका को निर्यात करते हैं, कुछ हद तक प्रभावित हो सकते हैं।
सेठी ने कहा, “सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि टैरिफ से जुड़ी अनिश्चितता जल्द समाप्त होनी चाहिए। यदि यह स्थिति लंबी चलती है, तो बैंक भी संबंधित सेक्टरों को सहयोग देने के लिए तैयार है।”
बाजार में लिस्टिंग से क्या होगा फायदा?
- IPO के जरिए SBI को अपने ग्रुप पोर्टफोलियो का मूल्य अनलॉक करने का मौका मिलेगा।
- इससे सरकार को भी डिवेस्टमेंट के लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिल सकती है।
- दोनों कंपनियों की लिस्टिंग से निवेशकों को बेहतर पारदर्शिता और गवर्नेंस का भरोसा मिलेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि SBI म्यूचुअल फंड का IPO देश के म्यूचुअल फंड सेक्टर में एक महत्वपूर्ण घटना होगी, क्योंकि यह सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है। वहीं SBI जनरल इंश्योरेंस भी हेल्थ इंश्योरेंस में मांग को देखते हुए आकर्षण का केंद्र बन सकती है।